कुंभ राशि
राहु आपके पांचवें स्थान पर, जबकि केतु आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपको संतान की तरफ से पूरा सहयोग नहीं मिल पायेगा। आपको कारोबार में लाभ पाने के लिये लगातार मेहनत करते रहनी चाहिए। साथ ही किसी भी तरह के कॉम्पिटिशन में आपको मजबूती के साथ अपना प्रदर्शन करना चाहिए। इसके अलावा शुभ कार्यों में आपको अपना सहयोग देते रहना चाहिए और जीवनसाथी की सेहत का थोड़ा ख्याल रखना चाहिए।
साथ ही अगले 18 महीनों तक राहु-केतु के शुभ फल पाने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको अपने घर में चांदी का छोटा-सा हाथी लाकर रखना चाहिए। साथ ही रात को सोते समय घर की महिला के सिरहाने पर 5 या 11 मूली रखें और अगले दिन उन्हें किसी मन्दिर में दान कर दें। ऐसा करने से आपको संतान का सहयोग मिलेगा और काम के प्रति आपका बेहतर प्रदर्शन बना रहेगा।
मीन राशि
राहु आपके चौथे स्थान पर, जबकि केतु आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। राहु-केतु के इस गोचर के प्रभाव से आपको पारिवारिक सुख में कमी महसूस हो सकती है। आपको इस दौरान अपने विरोधी पक्ष से थोड़ा सावधान रहना चाहिए और अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। इसके अलावा आपको अपनी माता की सेहत का ख्याल रखना चाहिए और अपने प्रियजनों से अच्छे संबंध बनाकर रखने चाहिए, क्योंकि जरूरत पड़ने पर यही लोग आपके काम आयेंगे।
अगले 18 महीनों तक राहु-केतु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिए मन्दिर में चार सौ ग्राम धनिया दान करें। साथ ही एक चांदी के बर्तन में थोड़ा-सा शहद भरकर घर में रखें। इससे आपका पारिवारिक सुख बना रहेगा और आपके विरोधी आपसे दूरी बनाकर रखेंगे।