आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार, 20 जुलाई की शाम 5 बजकर 55 मिनट पर मंगल सिंह राशि में प्रवेश कर गए थे और 5 सितम्बर की देर रात 3 बजकर 58 मिनट तक यहीं पर गोचर करते रहेंगे। मंगल ग्रह को संस्कृत में अंगारक कहा जाता है। इनकी प्रकृति तमस गुण वाली है। साथ ही यह युद्ध के देवता हैं और ब्रह्मचारी भी हैं। मंगल को भौम यानि भूमि का पुत्र भी कहा जाता है। मंगल ग्रह मंगलकर्ता, दुखहर्ता, ऋणहर्ता व कल्याणकारी है। यह ऊर्जावान कार्रवाई, आत्मविश्वास और अहंकार का प्रतिनिधित्व करता हैं।
मंगल के सिंह राशि में इस गोचर से विभिन्न राशि वाले लोगों पर क्या प्रभाव होंगे, मंगल आपकी जन्मपत्रिका में किस स्थान पर गोचर करेंगे, साथ ही मंगल की शुभ स्थिति के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए। जानिए
सूर्य का गोचर, मेष सहित इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत, वहीं ये लोग रहें सतर्क
मेष राशि
मंगल आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको मेहनत के बल पर विद्या का लाभ मिलेगा। संतान से आपके रिश्ते बेहतर होंगे। आपके करियर को एक बेहतर दिशा मिलेगी। आपको गुरजनों का पूरा सहयोग मिलेगा और पढ़ाई-लिखाई में आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे। लिहाजा मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये रात को सोते समय अपने सिरहाने पर पानी रखकर सोएं और अगले दिन उस पानी को किसी पेड़-पौधे की जड़ में डाल दें।
वृष राशि
मंगल आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर से आपको भूमि-भवन और वाहन का सुख मिलेगा। साथ ही माता से भी पूरा-पूरा सहयोग प्राप्त होगा, लेकिन यहां आपको एक बात जरूर बता दूं कि जन्मपत्रिका में पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल का गोचर जातक को अस्थायी रूप से मांगलिक बनाता है। लिहाजा चौथे स्थान पर मंगल का यह गोचर आपको अस्थायी रूप से मांगलिक का प्रभाव देगा। ऐसे में अगर आप शादी-शुदा हैं, तो आपको इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि क्या आपके जीवनसाथी की कुंडली में भी मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर हां तो ठीक है, अन्यथा सतर्क होकर आपको मंगल के इस गोचर के उपाय जरूर करने चाहिए। तो मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये दूध में थोड़ा-सा मीठा डालकर बरगद के पेड़ की जड़ में डालें और दूध डालने से जो मिट्टी गिली हो, उससे अपने माथे पर तिलक लगाएं।
बुध ने किया मिथुन राशि में प्रवेश, इन 5 राशियों की चमक जाएगी किस्मत
मिथुन राशि
मंगल आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने जीवन में संघर्ष करना पड़ सकता है। भाई-बहनों से मदद पाने में भी थोड़ी देर हो सकती है। इस दौरन आप अपनी बात को दूसरों के सामने अच्छे से नहीं रख पायेंगे। आपके ऊपर कर्ज का बोझ बना रहेगा। अत: मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिये एक चॉकलेटी रंग का कपड़ा लेकर किसी नाई, दर्जी या अपने बड़े भाई को गिफ्ट कर दें ।
कर्क राशि
मंगल आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको आर्थिक रूप से लाभ मिलेगा। ससुराल पक्ष से भी धन लाभ होने के संकेत हैं। साथ ही आपके पास अन्न की कभी कमी नहीं होगी। बड़े भाईयों से आपका प्रेम भाव बना रहेगा। तो मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग दें। साथ ही भाईयों की भी हर संभव मदद करें।
सिंह राशि
मंगल आपके पहले स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल का यह गोचर आपके पहले स्थान, यानी लग्न स्थान पर होगा। मंगल के इस गोचर से आपको भरपूर यश-सम्मान मिलेगा। साथ ही आपके प्रेम-संबंध मजबूत होंगे । इसके अलावा आपको बता दूं कि जन्मपत्रिका में पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल का गोचर जातक को अस्थायी रूप से मांगलिक बना देता है। लिहाजा आपके पहले स्थान पर मंगल का यह गोचर आपको अस्थायी रूप से मांगलिक बना देगा। ऐसे में अगर आप विवाहित हैं, तो आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में भी मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर हां तो ठीक है, वरन् सतर्क होकर आपको इस गोचर के उपाय जरूर करने चाहिए। तो मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिये मंदिर में मसूर की दाल से बनी कोई चीज़ दान करें या केवल मसूर की दाल दान करें
कन्या राशि
मंगल आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। साथ ही आपको शत्रुओं से सावधान रहने की जरूरत है। यहां ये भी बता दूं कि किसी की जन्मपत्रिका के पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल हो तो जातक अस्थायी रूप से मांगलिक कहलाता है । लिहाजा मंगल का यह गोचर आपको अस्थायी रूप से मांगलिक दर्शायेगा और अगर आप विवाहित हैं, तो आपको खास ध्यान देना चाहिए कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर ऐसा है तो ठीक अन्यथा सतर्क होकर इस गोचर के उपाय आपको जरूर करना चाहिए। लिहाजा मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए खाकी रंग की टोपी या पगड़ी से अपना सिर ढक्कर रखें।
तुला राशि
मंगल आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आध्यात्मिक विचारों के प्रति आपकी आस्था बढ़ेगी। आप न्याय के प्रति अपनी आवाज उठायेंगे। साथ ही आपके माता-पिता को आर्थिक रूप से लाभ होगा। पशुपालन के काम से जुड़े लोगों और व्यापारी वर्ग को अधिक लाभ मिलेगा। लिहाजा अपनी चीज़ों में लाभ की स्थिति सुनिश्चित करने के लिये भैरव जी के मंदिर में दूध का दान करें।
वृश्चिक राशि
मंगल आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे । मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपके परिवार में धन की बढ़ोतरी होगी । इस दौरान आपको संतान सुख की प्राप्ति हो सकती है। सरकारी कामों में भी लाभ की स्थिति बन रही है। साथ ही आपके पिता की भी उन्नति होगी। इस दौरान मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये रात्रि में दूध पीने से बचें।
धनु राशि
मंगल आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपके भाग्योदय में थोड़ी रुकावटें आयेगी। इस दौरान भगवान के प्रति आपका ध्यान थोड़ा कम ही रहेगा। आपको हर तरह के सुख-साधन पाने के लिये थोड़ी अधिक मेहनत करनी होगी। लिहाजा मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये बड़े भाई या बड़े भाई जैसे लोगों का सम्मान करें।
मकर राशि
मंगल आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के दौरान आपको अपनी सेहत का विशेष ख्याल रखना चाहिए । आपको धन पाने के लिए कोशिशें करनी पड़ेगी। इसके अलावा आपको बता दूं कि - जन्मपत्रिका में पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल के गोचर से जातक अस्थायी रूप से मांगलिक कहलाता है, यानि आपके आठवें स्थान पर मंगल के इस गोचर से आप अस्थायी रूप से मांगलिक कहलायेंगे। ऐसे में अगर आप विवाहित हैं, तो आपको इस बात पर विशेष ध्यान देना चाहिए कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में भी मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर जा रहा है। अगर हां तो ठीक है, अन्यथा मंगल के इस गोचर के उपाय आपको जरूर करने चाहिए। तो मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये घर के बड़े बुजुर्गों की सेवा करें।
कुंभ राशि
मंगल आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे । मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपकी गणित विषय में रुचि बढ़ेगी। साथ ही जीवनसाथी का पूरा-पूरा सहयोग मिलेगा। धन-संपदा में वृद्धि होगी। यहां एक बार फिर से बता दूं कि - जन्मपत्रिका में पहले,चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल के गोचर से जातक अस्थायी रूप से मांगलिक कहलाता है, यानी सातवें स्थान पर मंगल के इस गोचर से आप अस्थायी रूप मांगलिक कहलायेंगे और ऐसे में अगर आप विवाहित हैं, तो आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में भी मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर हां तो ठीक है, अन्यथा मंगल के इस गोचर के उपाय आपको जरूर करने चाहिए। तो मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये अपनी बुआ या बहन को लाल रंग के कपड़े गिफ्ट करें और उनका आशीर्वाद लें।
मीन राशि
मंगल आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। इस दौरान आपको अपने शत्रुओं से बचकर रहना चाहिए। आपको संतान सुख पाने में भी थोड़ी दिक्कतें आ सकती हैं और अगर आपकी पहले से संतान है, तो उसको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। लिहाजा अपने आर्थिक पक्ष को मजबूत करने के लिए इस दौरान दूध का दान न करें।