मिथुन राशि
वक्री गुरु आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। वक्री गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको मेहनत के बल पर कोई खास चीज मिलेगी। अगर आप किसी जरूरतमंद को उसकी जरूरत की कोई चीज़ दान करेंगे, तो आपके भाग्य में वृद्धि होगी। इस दौरान कभी-कभी काम करने में आपकी रूचि कम हो सकती है। अत: 11 अगस्त तक आपको वक्री गुरु की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए किसी कन्या के पैर छूकर उसका आशीर्वाद लेना चाहिए। इससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
कर्क राशि
वक्री गुरु आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। आपको बता दूं कि पांचवा स्थान गुरु, विवेक और रोमांस आदि विषयों से संबंध रखता है। वक्री गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको संतान सुख पाने के लिए कोशिशें करनी पड़ेगी। रोमांस के मामले में आप थोड़ा पिछड़ सकते हैं। अपने गुरु से मदद के लिये आपको खुद ही कदम बढ़ाने होंगे, साथ ही 11 अगस्त तक अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान देना होगा। अत: 11 अगस्त तक वक्री गुरु की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग दें। इससे वक्री गुरु के अशुभ फलों से आपको मुक्ति मिलेगी और जीवन में शुभ फल सुनिश्चित होंगे।
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