2.एंटीबाडीज का टेस्ट
जब हमें चिकनगुनिया बुखार होता है, तो हमारा शरीर इस वायरस से लड़ने के लिए एंटीबाडीज बनाने लगता है। इसमें IGM एंटीबाडीज चिकनगुनिया होने के 7-8 बनने लगते है साथ ही IGG एंटीबॉडीज इसके 4-5 दिन बाद बनने लगते है। इसलिए ये जानना जरुरी होता है कि आपके शरीर में चिकनगुनिया के लक्षम कितने दिनों से दिख रहें है। यह टेस्ट दो तरीकों से होता है। इम्युनोलॉजी और दूसरा ELISA
- इम्युनोलॉजी टेस्ट- यह टेस्ट सभी टेस्ट से सस्ता होता है। साथ ही ये कम समय लेता है। इसके लिए सही जांच के साथ सहीं रिपोर्ट बना सकें।
- ELISA टेस्ट- IGM और IGG दोनों तरह के एंटीबाडीज की ठीक ढंग से टेस्ट किया जा सकता है, लेकिन इस टेस्ट के लिए सैंपल में खून की मात्रा थोड़ी ज़्यादा लगती है और टेस्ट पूरा करने के लिए समय भी ज़्यादा लगता है। इस टेस्ट में कभी कभी 1-2 दिन भी लग जातें हैं |
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