हेल्थ डेस्क: शहर में डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। इस बार डेंगू से ज्यादा चिकनगुनिया का अटैक बहुत ही खतरनाक साबित हो रहा है। इस बुखार से रोज एक-दो लोगों की मौत जरुर हो रही हैं। इसलिए इससे ज्यादा भयभीत न हो। इससे बुखार तो आता ही हैं साथ ही जोड़ो में असहनीय दर्द भी होता है।
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अगर आपको भी बुखार है। जब तक आप ब्लड टेस्ट नहीं करा लते है। तक तक डॉक्टर को समझ नही आएगा कि आपको चिकनगुनिया है या फिर और कोई बुखार। अगर आपको चिकनगुनिया के लक्षण दिख रहे है, तो आप ब्लड टेस्ट कराएं।
चिकनगुनिया की जांच के लिए 4 तरह के टेस्ट किए जाते हैं और कौन सा टेस्ट कराना चाहिए ये इस बात पर निर्भर करता है कि टेस्ट कब कराया जा रहा है। जानिए इन टेस्ट के बारें में पूरी जानकारी। बिना किसी डाक्टर की सलाह के बगैर कोई भी टेस्ट न कराएं। हम अपनी खबर में सिर्फ चिकनगुनिया के समय होने वाले ब्लड टेस्ट के बारें में बता रहे है।
- जीनोमिक टेस्ट पीसीआर (PCR) टेस्ट
- एंटीबाडीज की जांच (IGM और IGG एंटीबाडीज)
- वायरस को अलग करना
- कम्पलीट ब्लड काउंट(CBC) टेस्ट
1. जीनोमिक टेस्ट पीसीआर टेस्ट
यह टेस्ट चिकनगुनिया बुखार के लक्षण दिखने के एक सप्ताह के अन्दर किया जाता है। ये टेस्ट चिकनगुनिया होने की सही जानकारी देता है। यह सभी लैब में नहीं किए जाते है। साथ ही इस टेस्ट की कीमत भी सभी टेस्ट से ज्यादा होती है। इसे एक सप्ताह के अंदर करा लेना चाहिए, क्योंकि इसके बाद वायरस के डीएनए पकड़ना बहुत ही मुश्किल है।
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