हेल्थ डेस्क: आजकल की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हम अपने लिए वक्त ही नही निकाल पाते। गलत खानपान की आदतों के कारण हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों को दावत देते है। इसे साइलेंट किलर बीमारी माना जाता है। इसके साथ ही आपको यह जानकर हैरानी होगी कि हार्ट अटैक हाइपरटेंशन की वजह से भी हो सकता है। इसकी प्रति लोगों के बीच जागरुकता लाने के लिए 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है।
एक शोध के अनुसार भारत की 40 फीसदी आबादी को यह बात पता है कि उन्हें यह भयानक बीमारी है, लेकिन इसमें ज्यादा ध्यान न देने के कारण मौत के मुंह में चले जाते है। इसके अलावा देश में एक-तिहाई से ज्यादा लोग उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं और लगभग 60 फीसदी लोगों को पता ही नहीं है कि उन्हें उच्च रक्तचाप की समस्या है। ये आंकड़े द ग्रेट इंडिया बीपी सर्वे में सामने आए हैं।
सर्वे से यह भी सामने आया है कि 42 फीसदी लोगों का रक्तचाप दवाइयां लेने के बावजूद अनियंत्रित है। हाइपरटेंशन जैसी गंभीर बीमारियों के भी ऐसे कोई ख़ास लक्षण नहीं होते हैं जिनसे आप आसानी से इन्हें पहचान सकें।
इस स्टडी में पाया गया है कि भारत में 200 मिलियन अडल्ट हैं जो हाइपरटेंशन के शिकार हैं। जिसमें से 40 फीसदी को पता है और 20 फीसदी लोग ही इसका इलाज कराते हैं। सबसे बड़ी बात है कि भारत में बीमारियों से जितनी मौत होती है उसमें से 10 फीसदी लोग हाइपरटेंशन से मरते हैं।
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