World Diabetes Day 2019: जब शरीर में शुगर की मात्रा अधिक हो जाती है तो सबसे ज्यादा डायबिटीज का खतरा होता है। आज के दौर हर चौथे व्यक्ति डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारी से जूझ रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2019 में करीब 7 करोड़ लोग इस बीमारी के शिकार है। WHO की रिपोर्ट के अनुसार डायबिटीज 2 तेजी से देशों में बढ़ रहा है। साल 2025 तक डायबिटीज और मोटापा से निजात पाने का कोशिश की जाएगी। इसी कारण हर साल 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है। जिससे इसके प्रति लोग अधिक से अधिक जागरूक हो।
डायबिटीज के कारण कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है। वहीं अगर इसका समय से इलाज न कराने पर आपके लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है। जानें इसके लक्षण, कारण, टाइप और कैसे करें बचाव के बारे में।
क्या है डायबिटीज?
जब शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है तो इस स्टेज को डायबिटीज कहा जाता है। इसका होने का मुख्य कारण होता है इंसुलिन की कमी। यह एक ऐसा हार्मोन होता है जो पाचन से बनता है। इसके साथ ही यह खाने को ऊर्जा में उत्पन्न करके शुगर की मात्रा को कंट्रोल करने में मदद करता है।
डायबिटीज के प्रकार
डायबिटीज मुख्य रुप मे 2 तरह का होता है।
टाइप 1
टाइप 1 डायबिटीज में शरीर इंसुलिन बनाना ही बंद कर देता है। यह एक ऑटोइम्यून डिजीज है। यानी शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन बनाने वाले अग्नाशय की कोशिकाओं पर हमला कर उन्हें खत्म कर देती हैं। इस टाइप की शुगर सबसे ज्यादा छोटे बच्चों से लेकर 20 साल से कम उम्र के लोगों को होती है।
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टाइप 2
इस टाइप की डायबिटीज में शरीर में इंसुलिन बनता ही नहीं है। इसी कारण रोगी को समय-समय पर इंसुलिन को इंजेक्शन या पंप के जरिए लेना पड़ता है।
डायबिटीज के लक्षण
- बार-बार पेशाब आना
- अधिक भूख लगना।
- आंखो की रोशनी कम होना
- हाथ, पैर और प्राइवेट पार्ट में अधिक खुजली होना।
- स्किन में हमेशा इंफेक्शन होना।
- तेजी से वजन कम होना।
- घाव के ठीक होने के लिए अधिक समय लगना।
- दिनभर थकान रहना।
- अधिक प्यास लगना।
डायबिटीज होने का कारण
- एक्सरसाइज न करना।
- कम नींद लेना।
- अनहेल्दी डाइट
- तनाव के कारण।
- अधिक मीठा खाना
- अधिक मोटा होना।
- अनुवांशिक कारण।
- इंसुलिन हार्मोन का कम बनना।
- पेक्रियाज ग्रंथी।
डायबिटीज से ऐसे करें खुद का बचाव
- शुगर या डायबिटीज से खुद का बचाव के लिए दिमाग को तनावमुक्त रखें। इसके लिए आप योग, एक्सरसाइज की मदद ले सकते हैं।
- रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें।
- हेल्दी डाइट लें। जंकफूड, ऑयली और मीठी चीजों से दूरी बनाएं।
- सप्ताह में एक बार शुगर टेस्ट जरूर कराएं।
- अगर आप चाहते है कि आपका शुगर हमेशा कंट्रोल रहें तो इसके लिए रोजाना सुबह घास में चलें।
- अपने वजन को एक्सरसाइज, योग और डाइट से कंट्रोल करें।
- समय-समय पर कुछ न कुछ खाते रहें।