हेल्थ डेस्क: ब्लैडर की वॉल के टिश्यूज के इंफैक्टेड होने और वहां खून के थक्के जमने से इस कैंसर की शुरुआत होती है। ब्लैडर हमारे यूरिनरी सिस्टम का हिस्सा होता है जो किडनी से छनकर आए यूरिन को कलेक्ट करता है। यूरिन यहीं से शरीर के बाहर निकलता है। 4 फरवरी को पूरी दुनिया में वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। कैंसर से पिछले साल यानी 2018 में पूरी दुनिया में करीब एक करोड़ लोगों की मौत हुई थी। वहीं, कैंसर की बीमारी के लक्षण का पता नहीं चलता है।
ब्लैडर कैसर में की गई एक स्टडी के अनुसार यह कैंसर ज्यादातर 60 साल से ऊपर उम्र की पुरुषों को होता है। ऐसा नहीं है कि यह केवल पुरुषों को ही होता है बल्कि यह महिलाओं में ज्यादा पाया गया है। जानिए इसका कारण, लक्षण और ट्रीटमेंट के बारें में।
क्या है ब्लैडर कैंसर?
ब्लैडर में असामान्य कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि को ब्लैडर कैंसर कहते है। ब्लैडर की बाहरी दीवार की मांसपेशियों की परत को सेरोसा कहते हैं जो कि फैटी टिश्यू, एडिपोज़ टिश्यूज़ या लिम्फ नोड्स के बहुत पास होता है। ब्लैडर वो गुब्बारेनुमा अंग है जहां पर यूरीन का संग्रह और निष्कासन होता है। ब्लैडर की आंतरिक दीवार नये बने यूरीन के सम्पर्क में आती है और इसे मूत्राशय की ऊपरी परत कहते हैं। यह ट्रांजि़शनल सेल्स द्वारा घिरी होती है जिसे यूरोथीलियम कहते हैं।
ब्लैडर कैंसर होने का कारण
इसके कई कारण है।
- गर्भ के समय आने वाली समस्याएं
- मूत्राशय में पथरी का होना
- गर्भपात होना
- प्रॉस्टेट ग्रंथि का बढ़ना
- मूत्रमार्ग में संकुचन होना
ब्लैडर कैंसर के लक्षण
- शौच या पेशाब के समय ब्लड आना।
- लगातार बुखार बना रहना।
- खांसते समय खून आना।
- ब्रेस्ट में गांठ पड़ जाना।
- पीरियड्स के समय अधिक खून आना।
ब्लैडर कैंसर का ट्रिटमेंट
इसका ट्रिटमेंट अधिक महंगा होने के साथ-साथ मुश्किल भरा होता है।
- कीमोथेरपी
- रेडिएशन थेरेपी
- सर्जरी द्वारा
- इंट्रावेसीकल थेरेपी
World Cancer Day 2019: शरीर में इस तरह फैलता है कैंसर, जानिए क्या होती है इसकी चार स्टेज
World Cancer Day 2019: सोनाली बेंद्रे ने पोस्ट शेयर करके बताया कैसे कैंसर से जीत सकते हैं जंग
World Cancer Day 2019: मध्य प्रदेश में हर साल तंबाकू से मरते हैं 90 हजार लोग, पढ़िए पूरी रिपोर्ट