- जोड़ों में एक सप्ताह से अधिक तेज़ दर्द।
- दर्द की दवाएं खाने से भी जोड़ों का दर्द ठीक न होना।
- जोड़ों में लगातार सूजन और अकड़न महसूस होना।
- उठने-बैठने और रोजमर्रा के काम करने में तकलीफ होना।
- जोड़ों में दर्द के साथ बुख़ार भी बना रहना।
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