हेल्थ डेस्क: प्रेग्नेंसी के समय कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है। जिससे कि बच्चे और मां को किसी भी तरह की समस्या न हो। खानपान से लेकर दिनभर की लाइफस्टाइल में ध्यान देना पड़ता है। इसी तरह सोते वक्त भी कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है। आपने कभी ध्यान दिया हो कि आपके घर पर कोई बुजुर्ग यह बात बोलता है कि पीठ के बल मत हो। लेकिन हमें ये बात समझ नहीं आती है कि इसके पीछे का कारण क्या है? इसीलिए हम आपको बताते कि आखिर पीठ के बल सोने की क्यों होती है मनाही। किस पोजीशन में सोना होता है सबसे बेहतर।
प्रेग्नेंसी के समय कम से कम 6-7 घंटे जरुर सोएं। इससे कई बीमारियों से आपका बचाव हो सकता है। इसके साथ ही दिमाग भी शांत रहेगा। वहीं अधिक मात्रा में पानी पिएं। जिससे शरीर से टॉक्सिंस आराम से बाहर निकल जाएं और आपका शरीर हाइड्रेट रहे। (Health Tips: प्रेग्नेंसी के दौरान फॉलो करें ये डायट, बच्चा रहेगा हेल्दी )
पीठ के बल सोना
गर्भावस्था की शुरुआत में आप किसी भी तरह से लेटें, इसमें कोई भी परेशानी नहीं होती है क्योंकि शुरुआत में बेबी प्यूबिक बोन के पीछ होता है। लेकिन 16 सप्ताह बाद गर्भावस्था में पीठ के बल सोना खतरनाक हो सकता है। क्योंकि इससे बच्चे पर अधिक बार पड़ता है। इससे उसकी नस पर काफी दवाब पड़ता है। जो कि उसके हार्ट तक खून पहुंचाने का काम करता है। ऐसा तब होता है जब आप ज्यादा देर पीठ के बल सोती है। लेकिन प्रेग्नेंसी के अंतिम दिनों में पीठ के बल लेटने से परहेज करना चाहिए क्योंकि इससे आपको बेहोशी आ सकती है या फिर नींद आने जैसा महसूस हो सकता है। (प्रेग्नेंट औरतों को भूल से भी नहीं खाना चाहिए आलू, यह है इसके पीछे की वजह)
क्या दाईं करवट लेकर सोना है बेहतर
वैसे पीठ के बल या फिर पेट के बल सोना से अच्छा है कि आप दाईं तरह करवट लेकर सो जाएं। लेकिन ये ज्यादा देर तक करना आपकी किडनी में अधिक भार डाल सकता है। कई बार यह पाचन तंत्र को बिगाड़ देता है। यहां तक इससे होने वाले बच्चे को पौष्टिक चीजें नहीं मिलती है। इसलिए दाईं ओर करवट लेने से बचें। अगर आप बाईं ओर करवट लेकर थक गई हैं तो थोड़ी देर दाईं ओर ले सकती है।
बाईं ओर करवट लेना है बेहतर
इस बारें में एक्सपर्ट का कहना है कि बाईं ओर करवट लेना सबसे बेहतर होता है। इससे होने वाला बच्चे का ठीक से विकास होता है। इसके साथ ही शरीर को भी आराम मिलता है। इतना ही नहीं यह शरीर से टॉक्सिंस को बाहर निकाल देता है। जो कि इंफेक्शन और सूजन का कारण बनता है।