हेल्थ डेस्क: प्रोस्टेट कैंसर दुनियाभर में पुरुषों की मृत्यु का छठा सबसे प्रमुख कारण है। वहीं भारत में इसकी स्थिति काफी चिंताजनक है। जिसके कारण इस बीमारी के बारें में जानने और सतर्क रहने की सबसे ज्यादा जरुरत है।
यूरोलॉजी डिपार्टमेंट (एम्स) के प्रमुख प्रो.डॉ.पी.एन. डोगरा का कहना है कि अस्वस्थ जीवनशैली से मोटापा बढ़ता है जो प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना को बढ़ा सकता है। वैसे यह आमतौर पर अनुवांशिक देखा गया है।
आईसीएमआर व विभिन्न राज्यों की कैंसर रजिस्ट्री के अनुसार, भारतीय पुरुषों में यह दूसरा सबसे आम कैंसर है। दिल्ली, कोलकता, पुणे, तिरुवनंतपुरम जैसे शहरों में प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में पाया जाने वाला दूसरा मुख्य कैंसर है, तो बेंगलुरू और मुंबई जैसे शहरों में तीसरा प्रमुख कैंसर है। भारत के अन्य पीबीआरसी में ये कैंसर शीर्ष 10 कैंसर की सूची में शुमार है।
आंकड़ों से अनुमान लगाया जा रहा है कि साल 2020 तक प्रोस्टेट कैंसर के मामले दोगुने हो जाएंगे। कैंसर रिजिस्ट्री से पता चलता है कि दिल्ली के पुरुषों में पाए जाने वाले कैंसर में प्रोस्टेट कैंसर दूसरा सबसे आम कैंसर है, जो सभी तरह के कैंसर का लगभग 6.78 फीसदी है।
प्रोस्टेट कैंसर का करीब एक तिहार्इ 65 साल से अधिक उम्र के पुरुषों में पाया जाता है। प्रोस्टेट कैंसर को "साइलेंट किलर" के नाम से भी जाना जाता है। यह कैंसर पुरुषों की प्रोस्टेट ग्रंथि में होता है। वैसे ये 50 की उम्र के बाद होने की संभावना ज्यादा होती है। जानिए क्या है यह, लक्षण, कारण और बचने के उपाय के बारें में।
प्रोस्टेट कैंसर
प्रोस्टेट एक ग्रंथि है जो वीर्य को बनाने में मदद करता है। वीर्य वह तरल है जिसमें शुक्राणु होते हैं। प्रोस्टेट उस नली से जुड़ी होती है जो मूत्राशय से मूत्र को शरीर से बाहर निकालता है। बस युवा आदमी का प्रोस्टेट लगभग एक अखरोट के बराबर होता है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ धीरे-धीरे ये भी बढ़ने लगता है। जिसके कारण कैंसर जैसी समस्याओं होती है।
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