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अचानक बढ़ जाती है दिल की धड़कने, तो समझ लें आपको हो सकती है ये जानलेवा बीमारी

। दिल के धड़कने की भी एक गति होती है। अगर वह उससे कम या ज्यादा हो जाएं, तो भी आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है। जिसके कारण यह आपके फेफड़ो, लिवर, दिमाग और किडनी के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है। जानिए ऐसी कौन सी बीमारी है।

Written by: India TV Lifestyle Desk
Published on: March 15, 2018 16:41 IST
Heart beat- India TV Hindi
Heart beat

हेल्थ डेस्क: शरीर और हमारे लिए दिल बहुत ही जरुरी है। उसके बिना हम एक पग भी नहीं चल सकते हैं। जब तक आपके सीने में यह धड़क रहा है। तब तक आपके शरीर में जान है। जब ये नहीं तो आप भी नहीं है। इसलिए इसकी सुरक्षा और सेहत का ध्यान सबसे पहले आपको ही रखना पड़ेगा। दिल के धड़कने की भी एक गति होती है। अगर वह उससे कम या ज्यादा हो जाएं, तो भी आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है। जिसके कारण यह आपके फेफड़ो, लिवर, दिमाग और किडनी के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है। जानिए ऐसी कौन सी बीमारी है। जिसमें धड़कने बढ़ना आपके लिए खतरनाक हो सकता है।

टेककार्डिया दिल संबंधी एक खतरनाक समस्या है। जोकि आपके लिए जानलेवा भी हो सकता है। जानिए इसके लक्षण, कारण के बारें में।

इनएप्रोप्रीऐट साइनस टेककार्डिया

इनएप्रोप्रीऐट साइनस टेककार्डिया यानी कि (IST) एक दिल संबंधी समस्या है। जब आप एक्सरसाइज, बुखार, खून का ज्यादा बहाव या फिर एक्सरसाइज करने के बाद आपकी धड़कनों की गति बहुत तेज हो जाती है। कई बार ऐसा होता है कि निमोनिया के कारण सांस लेने में समस्या हो जाती है। जिसके कारण यह बीमारी हो जाती है।

इनएप्रोप्रीऐट साइनस टेककार्डिया के टाइप
यह दो टाइप की होती है। पहली टेककार्डिया साइनस और दूसरा नॉन साइनस।
टेककार्डिया साइनस भी 2 तरह का होता है।  पहला एप्रोप्रीऐट साइनस टेककार्डिया और दूसरा इनएप्रोप्रीऐट साइनस टेककार्डिया (आइएसटी) दो तरह का होता हैं।

कारण
शोधकर्ताओं ने अभी तक इस बारें में पुष्टि नहीं की है कि यह किस कारण होती है। लेकिन इससे ग्रसित रोगी की हार्टबीट एक मिनट में 100 बीट से ज्यादा होती है। लेकिन जब वह लेट जाता है तो उसे नार्मल लगने लगती है। अगर आपको इनमें से इनएप्रोप्रीऐट साइनस टेककार्डिया का कोई भी लक्षण दिखें तो 24 घंटे तक अपने शरीर की मॉनीटरिंग करें। इसके बाद तुरंत चिकित्‍सक से परामर्श करें।

अगली स्लाइड में जानें लक्षणों के बारें में

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