जानिए क्या है Euthanasia?
जब कोई मरीज बहुत ज्यादा पीड़ा से गुजर रहा होता है या उसे ऐसी कोई बीमारी होती है जो ठीक नहीं हो सकती और जिसमें हर दिन मरीज मौत जैसी स्थिति से गुजरता है तो उन मामलों में कुछ देशों में इच्छा मृत्यु दी जाती है।
बेल्जियम, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड और लक्जमबर्ग में इच्छामृत्यु की इजाजत है। अमेरिका के सिर्फ 5 राज्यों में ही इसकी इजाजत है। भारत में आज भी यह मामला विवादास्पद है। धार्मिक कारणों से माना जाता है कि अगर किसी को इच्छामृत्यु दी गई, तो यह भगवान के खिलाफ जाना है। परिवार के लोग सोचते है कि किसी न किसी दिन वह मरीज अपनी बीमारी से बाहर आ जाएगा।
कितनी तरह की इच्छा मृत्यु?
- Passive Euthanasia में डॉक्टर्स उस मरीज का लाइफ सपोर्ट सिस्टम हटा देते हैं, जिसकी जीने की उम्मीद खत्म हो जाती है।
- Active Euthanasia में मरीज को डॉक्टर ऐसा जहरीला इंजेक्शन लगाता है जिससे उसकी कार्डिएक अरेस्ट के कारण मौत हो जाती है।
- Physician-assisted suicide के मामले में मरीज खुद जहरीली दवाएं लेता है, जिससे मौत हो जाती है। जर्मनी जैसे कुछ देशों में इसकी इजाजत है।