आमतौर पर लोगों के बीच यह धारणा है कि अगर आप प्रीडायबिटिक हैं तो डायबिटीज का शिकार होना तय है। ऐसे में इसके बारे में जानना बहुत ही जरुरी है। डॉक्टर्स के अनुसार प्री-डायबिटिक लोगों के खून में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है। अगर इसके बारे में समय पर पता चल जाए तो डायबिटीज सहित कई बीमारियों से बचा जा सकता है। आईडीएफ डायबिटीज एटलस के मुताबिक भारत करीब 7.29 करोड़ लोग डायबिटीज के मरीज हैं। वहीं 8 करोड़ लोग प्री-डायबिटीज स्टेज में हैं। जिसमें से सिर्फ 10 प्रतिशत लोगों के बारे में ही इसका जानकारी है।
क्या है प्री-डायबिटीज
प्री-डायबिटीज ऐसे डायबिटीज को कहा जाता है, जो टाइप-2 डायबिटीज से पहले होता है। प्री-डायबिटीज में खून में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है। लेकिन प्री-डायबिटीज के मरीजों में इसके लक्षण नजर नहीं आते।
प्री-डायबिटीज के लक्षण
प्री-डायबिटीज के कई मरीजों को इसके लक्षण समझ नहीं आते हैं। कई बार कुछ मरीजों में ऐसे लक्षण नजर आते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को प्री-डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि उच्च रक्तचाप हृदय को शरीर के चारों ओर खून को फैलाने के लिए अधिक फोर्स की जरुरत होती है। ऐसा होने के कारण ब्लड सर्कुलेशन से अधिक शुगर को खत्म करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
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कई रिसर्च के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर और प्री-डायबिटीज ऐसा स्टेज होता है। जिसके कारण हार्ट अटैक होना का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।
धुंधला दिखाई देना
प्री-डायबिटीज के कारण आपके आंखों की रोशनी पर भी ज्यादा फर्क पड़ता है। जब ब्लड शुगर ऊपर से नीचे लगातार होता रहता है तो आंखों के लैंस पर इसका सीधा असर पड़ता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपका शरीर एक्ट्रा शुगर को बाहर निकालने के लिए कोशिकाओं से जितना संभव हो उतना पानी खींचने की कोशिश करता है। जिसके कारण आपकी आंखों में सूजन आ जाती है और जो आगे चलकर रोशनी जाने का कारण बन जाता है।
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स्किन संबंधी समस्या
प्री-डायबिटीज के कारण शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है जिसके कारण स्किन में चमकदार, पपड़ी फिर काले दाग पड़ने लगते हैं।
सामान्य से अधिक प्यास लगना
चीनी या ग्लूकोज एक ऐसा सोर्स है जो हमारे शरीर को पॉवर देता है। लेकिन जब यह बहुत अधिक हो जाता हैं, तो अग्न्याशय द्वारा उत्पादित इंसुलिन ग्लूकोज को प्रभावी ढंग से संसाधित करने में असमर्थ हो जाता है। जिसके कारण शरीर में शुगर की मात्रा ज्यादा हो जाती है। जिसके कारण ऊर्जा बनने में समस्या होती है। जिसके कारण आपको ज्यादा प्यास लगने लगती है।
अधिक यूरीन लगना
जब हमारे शरीर में शुगर की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो ऐसे में आपको बार-बार यूरीन आती हैं। इसलिए जब आपके साथ ऐसा हो तो एक बार जरूर टेस्ट करा लें।
नार्मल से ज्यादा थकावट
कई बार काम को लेकर थकावट होना आम बात है लेकिन अगर आपने ज्यादा काम नहीं किया है फिर भी आपको थकावट हो रही है तो इसका कारण प्री-डायबिटीज हो सकता है।