हेल्थ डेस्क: दुनिया में आज हर तीसरा व्यक्ति कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ रहा है। अबी तक इस इलाज का कोई भी दवा नहीं बन पाई है। जिससे इसका इलाज किया जा सके। कैंसर के मामले में अज्ञानता और लापरवाही हमारी जिंदगी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। कई बार समय पर इलाज न कराने से यह बीमारी आपकी जान भी ले लेती है। इन्हीं में से एक कैंसर है पेट का कैंसर जो कि तीसरा सबसे बड़ा कैंसर है।
ये भी पढ़े-
- सावधान! किसी के साथ ईयरफोन शेयर करना पड़ सकता है आपको मंहगा
- महिलाओं को जरुर खानी चाहिए कस्तूरी मेथी, मिलेंगे ये बेमिसाल फायदे
- लहसुन के दूध के इन फायदों को जान रह जाएंगे हैरान
हाल में ही एक शोध किया गया जिसमें ये बात सामने आई कि पेट का कैंसर में सुखे बेर खाना काफी फायदेमंद है। जितना अधिक आप सुखे बेर खाएंगे उतनी ही तेजी से ये पेट में कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकेंगा।
मैसाचुसेट्स में हुए जीव विज्ञान सम्मेलन में टेक्सस के ए एंड एम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर नैंसी टर्नर की अध्यक्षता में ये बात सामने आयी है कि सूखे बेर में कोलोन माइक्रोबिया या गट बैक्टिरिया को मेंटेन करने की क्षमता है। जो कि पेट के कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।
नैंसी टर्नर ने बोस्टन में हुए एक कॉन्फ्रेंस में ये बात प्रमाणित बी किया गया कि इंटेस्टाइन में बैक्टीरिया के करीब 400 स्पेसिस पाए गए हैं। जिनपर सूखे बेर के प्रभाव को दिखाया गया था। अगर आप सूखे बेर का सेवन शुरू कर दें तो आपके शरीर को कैसर से लड़ने वाले ज़रूरी एंटीऑक्सीडेंट प्राप्त हो जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के बुरे प्रभाव को खत्म करने की काबिलियत होती है जिससे कैंसर की रोकथाम में मदद मिलती है।
सुखे बेर में मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, कॉपर, कैल्शियम और आयरन और खनिज पदार्थ भी मौजूद होते हैं। जो कि शरीर की इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। जिससे कि आपका शरीर रोगों से लड़ सकें। साथ में इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि सूखे बेरों में घुलनशील, अघुलनशील फाइबर हैं जो ताजे बेर में नहीं होते इसलिए कैंसर की रोकथाम और बचाव के लिए सूखे बेर का ही सेवन करें।