ऐसे करें ये आसन
सबसे पहले वज्रासन में आराम से बैठ जाएं। फिर धीरे से घुटनों के बल खड़े होकर पीठ, गर्दन, सिर, कूल्हों और जांघों को सीधा कर लें। हाथों को कमर से सटाकर रखें सामने और देंखे। बाएं पैर को आगे बढ़ाते हुए 90 डिग्री के कोण के समान भूमि कर रख दें। इस दौरान बाएं हाथ बाएं पैर की जंघा पर रहेगा। फिर अपने हाथों की हथेलियों को मिलाते हुए हृदय के पास यानी कि नमस्कार मुद्रा में रखें।
अब अपनी सांस को अंदर खींचते हुए जुड़ी हुई हथेलियों को सिर के ऊपर उठाकर हाथों को सीधा करते हुए सिर को पीछे झुका दें। इसी स्थिति में धीरे-धीरे दाहिना पैर पीछे की ओर सीधा करते हुए कमर से पीछे की ओर झुके। इस अंतिम स्थिति में कुछ देर तक रहे। फिर सांस छोड़ते हुए पुन: वज्रासन की मुद्रा में लौट आए। इसी तरह अब यही प्रक्रिया दाएं पैर को 90 डिग्री के कोण में सामने रखते हए करें।
इस बात का हमें ध्यान रखना चाहिए कि योगासनों को ठीक ढंग से करें जिससे हमें फायदा मिले। और हमारी बॉडी फिट हो जाए।
बकासन
इस आसन से कूल्हा, जांघ और पैर की मांसपेशियां शेप में आती हैं। साथ ही आपकी शक्ति और संतुलन की क्षमता बढ़ती है।
ऐसे करें ये आसन
शुरुआत में इस आसन को करते समय दोनों हाथों की हथेलियों को जमीन पर कुछ इस तरह स्थिर करें कि आपकी अंगुलियां पीछे की ओर तथा अंगुठें आगे की ओर हो। इसके बाद घुटनों को कोहनिययों को ऊपर भुजाओं पर ले जाएं। इसके बाद सांस अंदर की ओर लेकर शरीर के भार को हथेलियों पर संभालते हुए धीरे-धीरे पैरों को जमीन से ऊपर उठाने का प्रयास कीजिए।
अभ्यास होने पर बगुले जैसी स्थिति हो जायेगी। इसके बाद धीमें से अपने पंजों को जमीन में टिकाएं और आराम से बैठ जाए।
इस बात का ध्यान रखें कि इस आसन को जबरदस्ती करने का प्रयास न करें। जब भी यह आसन करें तो नरम-मुलायम गद्दे पर ही करें। जिन्हें हाथों में कोई गंभीर शिकायत हो तो वह यह आसक कतई न करें।
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