ये एंटीबायोटिक रेज़िस्टेंट बैक्टीरिया बहुत तेज़ी से फैलते हैं और आपके परिवार के सदस्य, बच्चे और आपके साथ काम करनेवालों को भी अपना शिकार बनाते हैं। और हो सकता है कि एक स्टेज ऐसा भी आ जाए कि सभी ऐसे इंफेक्शन से घिर जाएं, जिसका इलाज मुश्किल हो. जिस तरह नई एंटीबायोटिक्स का विकास नहीं हो रहा है और जो एंटीबायोटिक्स हैं, वे बेअसर हो रहे हैं, उसे देखते हुए बेहद ज़रूरी हो गया है कुछ क़दम उठाना।
इन एंटीबायोटिक्स की उम्र को बढ़ाया जा सके और लोगों को एंटीबायोटिक रेज़िस्टेंट इंफेक्शन्स से बचाया जा सके. इसके लिए कई हॉस्पिटल और मेडिकल एसोसिएशन ज़रूरी क़दम उठा रहे हैं और एंटीबायोटिक्स के इस्तेमाल को लेकर गाइडलाइन भी बना रहे हैं, लेकिन आपको व हमें भी कुछ क़दम उठाने होंगे, तभी हम और हमारा परिवार हेल्दी रह सकता है. इसके लिए आप निम्न क़दम उठा सकते हैं।
बता दें कि दुनिया भर के डॉक्टर इसमें लगे हुए हैं कि एंटीबायोटिक से होने वाली बीमारी से बचा जा सके साथ ही इसके लिए हॉस्पिटल और मेडिकल एसोसिएशन मजबूत कदम उठाने जा रही है। साथ ही कई हॉस्पिटल ने इसके लिए नया गाइडलाइन बनाया है साथ ही साथ इस बात का खासा ध्यान दिया जा रहा है कि जिन मरीजों को एंटीबायोटिक की जरूरत नहीं है तो उन्हें इसे न दिया जाए।