हेल्थ डेस्क: अगर आपसे कहें कि आप जिस नोट को बड़े चाव से इस्तेमाल करते है। वह आपको कई खतरनाक बीमारियां जैसे पेट का बीमारी, अल्सर, टीवी सहित कई खतरनाक बीमारियां हो सकती है। इस बात पर कितनी सच्चाई है। इसी को लेकर छोटे व्यपारियों के देशव्यापी संगठन 'कैंट' ने वित्तमंत्री अरुण जेटली से इस बारें में पूछा। इतना ही नहीं कैट ने इस पत्र की एक कापी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मंत्री जेपी नड्डा और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को भी भेजी है। इस बारें में कैट का कहना है कि ऐसे दावों की जांच कराकर सही कराकर सही तस्वीर सामने लाई जानी चाहिए। यदि दावे सही हैं तो इन बीमारियों से बचाव के उपाय किए जाने चाहिए।
जानें क्या है है रिपोर्ट?
इस रिपोर्ट्स के अनुसार करेंसी नोट हजारों लोगों के हाथों से होकर गुजरते है। इनमें से कई ऐसे लोग भी होते है। जिन्हें कई गंभीर बीमारियां भी हो सकती है। जिनके संपर्क में आने से नोटों में भी अधिक मात्रा में कीटाणुओं आ जाते है। जो कि एक स्वस्थ्य व्यक्ति को भी बीमारी कर सकते है। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा, यदि रिसर्च रिपोर्ट्स सहीं तो करेंसी नोट न सिर्फ व्यापारियों के लिए बल्कि आम जनता के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। साथ ही कैट के कहा कि इस मुद्दे को लेकर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को भी आगे आना चाहिए। (World Mental Health Day 2018: बेहत खतरनाक है दिमाग की ये बीमारी, जानें 'ब्रेन फॉग' के बारें में सबकुछ )
IJCMS की रिपोर्ट में आईं ये बात सामने आईं
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ करंट माइक्रोबायोलॉजी एंड एप्लाइड साइंसेज (IJCMS) ने तमिलनाडु के तिरुनेलवेली मेडिकल कॉलेज में 2016 में करेंसी नोटों पर रिसर्च की थी। आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि जिन 120 नोटों पर रिसर्च की गई। उसमें सामने आया कि 86 प्रतिशत से अधिक नोट संक्रमित है। जो कि बैक, डॉक्टर्स, मीट कारोबारी, विद्यार्थी या फिर हाउसवाइफ से लिए गए थे। (Health Tip: जिम या वर्कआउट की जरूरत नहीं सिर्फ 30 दिन तक न खाएं मीठा, फिर देखें कमाल)
डॉक्टर्स से लिए गए नोटों में थी ये बीमारियां
इस नोटों में से जो डॉक्टर्स से लिए गए थे। इनमें यूरीन संबंधी, सांस लेने संबंधी, सेप्टिसीमिया, स्किन इंफेक्शन, दिमागी बुखार आदि के कीटाणु पाए गए हैं।
नोटों पर मिलें 78 प्रकार के बैक्टीरिया: CSIR
काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च के अनुसार काम करने वाली संस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटिग्रेटिव बायोलॉजी (आईजीआईबी) के रिसर्च में चौकाने वाली बात सामने आई है। नोटों में 78 करह की बैक्टिरिया पाए गए है। ज्यादातर नोटों में पेट खराब होने, टीबी और अल्सर जैसी अन्य बीमारियां फैलाने वाले बैक्टिरिया मिले है।