नई दिल्ली: जलने के दाग काफी टाइम तक हाथ पर रह जाते हैं। जिसकी वजह से वह बहुत ही खराब लगते हैं। कई बार इस दाग की वजह से आपको शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। Burn marks या scars जिन्हे हम हिन्दी मे जलने के दाग या निशान कहते हैं, कई रीज़न्स से हो सकते हैं जैसे पठाखे चलते समय जल जाना, किचन मे काम करते समय तेल गिर जाने पर या फिर की गर्म चीज़ पर हाथ लग जाने से, या फिर आपकी स्किन आग या किसी गर्म वस्तु के संपर्क मे आने से या फिर ग़लती से एसिड त्वचा पर गिर जाने से।
कारण चाहे जो भी हो जलने के निशान आपकी स्किन को दिखने में अनाकर्षक बना देते हैं और यदि ये निशान दिखाई देने वाली जगह जैसे चेहरे या हाथों या टांगो पर हो तो पूरी ब्यूटी को खराब कर देते हैं। जलने के निशान को होने से रोकने का सबसे सही तरीका है की जब भी आप किसी कारण से जले तो तुरंत डॉक्टर से उसका इलाज करवायें या अगर प्राब्लम छोटी है तो तुरंत हल्दी और ठंडे पानी का लेप लगायें।
इससे भविष्य मे बर्न मार्क या स्कार होने के chances बहुत ही कम हो जायेंगे। लेकिन फिर भी यदि आपकी स्किन पर जलने के निशान हो जायें तो भी आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं। क्योंकि ऐसे देसी घरेलू इलाज मोजूद हैं जो की उन दाग को जड़ से ख़तम करने मे सक्षम हैं।
ये जलने के दाग दूर हटाने या मिटाने के घरेलू नुस्खे आपकी त्वचा को fade, ब्लीच या lighten करके उसे पहले जैसा बनाने मे मदद करेंगे। इन नॅचुरल तरीकों को आप चोट के निशान, टांको के निशान, स्किन पर काले दाग, कट्स के निशान और पिंपल्स मार्क्स को भी दूर करने मे आप काम मे ला सकते हैं। नीचे कुछ तरीके दिए गये हैं जो की जलने के निशान या दाग को दूर करने के लिए मददगार साबित होंगे।
यदि आपके burn marks हैं तो आप अकेले नही हैं क्योंकि हज़ारों लोग रोजाना “ how to lighten burn scars” की खोज करते हैं और यही कारण है की हमने ये लेख अपने उन भाइयों और बहनों के लिए बनाया है जो की जलने के निशान को दूर करने के उपाय खोज रहे हैं।
जैसा की हमने पहले बताया था की यदि छोटी मोटी बर्न injury हो जाए तो तुरंत ठंडा पानी और हल्दी का पेस्ट वहां लगा लें। आप ठंडे पानी की जगह ठंडा दूध (मिल्क) भी इस्तेमाल कर सकते हैं। दूध में सूदिंग प्रॉपर्टीस होती हैं और हल्दी मे एंटी सेपटिक और एंटी inflammatory गुण है। इन दोनों पदार्थों के गुण मिलकर आपकि जलन तो कम करते ही हैं साथ ही भविष्य मे वहां दाग पड़ने के संभावना को भी कम करने मे मदद करते हैं।