हेल्थ डेस्क: कई लोगों की आदत होती है कि जरा सा तनाव हुआ नहीं कि परेशान हो जाते है। जिसके लिए वह उसका हल ढूढ़ने के लिए जाने क्या-क्या करते है। एक शोध से ये बात सामने आई कि हमारे खानपान से भी तनाव में फर्क पडता है। साथ ही सेहत में गलत प्रभाव पडता है।
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इसका मुख्य कारण रात को खाने का समय। कई बार हमें रात को देर तक जगते है। जिसके कारण हमारी नींद पूरी नहीं हो पाती है जिसका हमारी सेहत पर निगेटिव प्रभाव पडता है। इसलिए अगर आपको इन समस्याओं से बतना है तो रात के समय हल्का खाना खाएं।
पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के वरिष्ठ लेखक डेविड डिंगेज के अनुसार, 'रात के समय जागने वाले वयस्क लगभग 500 कैलोरी की खपत करते हैं.' डिंगेज के अनुसार, हमारे शोध से पता चला है कि देर रात जगने के बावजूद से खाने से बचने वाले लोग कई समस्याओं से दूर रह सकते हैं जिसमें तनाव प्रमुख है।'
शोधकर्ताओं ने अध्ययन के दौरान 44 प्रतिभागियों को लिया जिनकी उम्र 21 से 50 साल के बीच की थी। उन्हें दिन में बहुत सारा खाना और पानी आदि दिया गया। साथ ही इस दौरान उन्हें तीन रातों में केवल चार घंटे ही सोने दिया गया।
चौथी रात को 20 प्रतिभागियों को खाना और पानी देना जारी रखा गया जबकि बाकी लोगों को रात 10 बजे के बाद केवल पानी पीने की अनुमति दी गई। साथ ही इन सभी सुबह चार बजे सोने की अनुमति दी गई।
शोध के अनुसार ये बात सामने आई कि देर रात उपवास रखने वाले प्रतिभागी ज्यादा स्वस्थ और तरोताजा नजर आए. वहीं, देर रात खाते रहने वाले सुस्त रहे और उनकी एकाग्रता पर भी नकारात्मक असर पड़ा। इस शोध के नतीजे अमेरिका में छह से 10 जून तक आयोजित की जाने वाली एसोसिएटेड प्रोफेशनल स्लीप सोसाइटी की 29वीं वार्षिक बैठक के स्लीप-2015 में प्रस्तुत किया जाना है।