हेल्थ डेस्क: हीमोफीलिया आनुवंशिक रोग है जिसमें शरीर के बाहर बहता हुआ रक्त जमता नहीं है। इसके कारण चोट या दुर्घटना में यह जानलेवा साबित होती है क्योंकि रक्त का बहना जल्द ही बंद नहीं होता। विशेषज्ञों के अनुसार इस रोग का कारण एक रक्त प्रोटीन की कमी होती है, जिसे 'क्लॉटिंग फैक्टर' कहा जाता है।
बीमारी है जो आमतौर पर पुरुषों को होती है और औरतों द्वारा फैलती (transmit) होती है।हीमोफीलिया से पीड़ित लोगों, खासकर बच्चों के लिए तैराकी बहुत उपयोगी है। इससे ऐसे बच्चों की बीमारी 70 फीसदी तक कम हो जाती है। हीमोफीलिया से पीडि़त मरीजों के जोड़ों में पानी से कुशन बन जाते हैं, जिससे उनमें रक्तस्राव नहीं होता।
पूरे शरीर का व्यायाम है, लेकिन ऐसे मरीजों को साइकिलिंग नहीं करनी चाहिए। तैराकी से पूरे शरीर का मूवमेंट होने के कारण मांसपेशियां मजबूत होती हैं। रक्त प्रवाह बेहतर होता है। स्टैमिना बढ़ती है और चोटों से आप जल्दी ठीक होते हैं। शरीर लचीला बनता है। क्लोरीन के अधिक संपर्क में रहने के कारण शरीर से सहज रूप से कीटाणुओं का नाश होता है। तैराकी तब तक करें, जब तक कि आप सहज हों।