रिसर्च के मुताबिक, यह जीन एक प्रोटीन का उत्पादन करता है, जो न्यूरॉन्स में न्यूरोट्रांसमीटर डोपेमाइन के पैकेजिंग में शामिल है. पार्किंसन रोग में डोपोमाइन का उत्पादन करने वाले न्यूरॉन्स की संख्या घट जाती है. जिन लोगों के जीन में यह बदलाव देखा गया, उनमें कंपकपाहट, धीमी गतिविधियां और अकड़न जैसे लक्षण देखे गए. उनमें डोपेमाइन न्यूरॉन की कमी और जीवित बचे न्यूरॉन में प्रोटीन का असामान्य संचय देखा गया. हालांकि जीन में बदलाव का कारण सामने नहीं आया है. इसके अलावा पार्किंसन रोग के क्या कारण है इस पर शोध होना बाकी है.