सर्जन सर्गिया ने अपने इन दावों के पक्ष में कोई मजबूत सबूत पेश नहीं किया है और यही वजह है कि पूरी मेडिकल कम्यूनिटी इस तरह की सर्जरी से डरी हुई है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि ऐसी सर्जरी कराने वाला पहला मरीज मौत से कहीं बदतर परिस्थिति में फंस सकता है क्योंकि एक नए शरीर में अजस्ट करने में उसे भयंकर रूप से तकलीफों का सामना करना पड़ेगा।