दुनिया भर में खतरनाक औऱ जानलेवा कोरोना वायरस का कहर छाया है औऱ अब भारत भी इससे अछूता नहीं रह पाया है। भारत के कई शहरों में कोरोना वायरस के मरीजों की पु्ष्टि के बाद इससे बचाव के तरीके खोजे जा रहे हैं। आम जनता मास्क खरीद रही है ताकि इसके वायरस उनके शरीर में न घुस पाएं। यूं तो बाजार में कई तरह के मास्क उपलब्ध हैं लेकिन सभी मास्क कोरोना वायरस के संक्रमण से नहीं बचा सकते।
आइए जानते हैं कि किस तरह के मास्क वायरस औऱ संक्रमण में कारगर होते हैं। हालांकि कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है लेकिन अगर भीड़ भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाया जाए और बीमार व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचा जाए तो कोरोना तेजी से नहीं फैल पाएगा।
1. सर्जिकल मास्क: ये डिस्पोजेबल मास्क है, इसे अस्पताल में मौजूद डॉक्टर, नर्स और बीमारों की तीमारदारी करने वाले यूज करते हैं। ये डाक्टर के साथ-साथ, रोगी को भी संक्रमण से बचाता है, क्योंकि ये “इनसाइड टू आउटसाइड” यानी अंदर से बाहर, बैक्टिरियल इंफेक्शन को रोकता है। हालांकि इसे 3-8 घंटे से ज्यादा नहीं पहनना चाहिए लेकिन ये खतरनाक कोरोना वायरस से नहीं बचा सकता।
2. रेस्पिरेटर मास्क: सर्जिकल मास्क से ज्यादा भरोसेमंद होता है, क्योंकि ये “आउटसाउड टू इनसाइड“ यानी बाहर से अदंर तक फैलने वाले बेक्टीरियल इंफेक्शन को रोकता है। ये मास्क कोरोना, H1W1 और SARS जैसे वायरस की महामारी के दौरान मदद करता है।
रेस्पिरेटर मास्क दो प्रकार के होते है।
इनस्युलेटिंग रेस्पिरेटर मास्क और फिल्टरिंग रेस्पिरेटर मास्क, इनका प्रयोग गैस लीक और व यूरोपियन स्टेंडर्ड के हिसाब से क्या जाता है। रेस्पिरेटर मास्क को 3 डिस्पोजेबल वैरायटी में रखा गया है।
3. FFP1 मास्क : ये क्वालिटी में ज्यादा अच्छा नहीं होता है, इसमें फिल्ट्रेशन 80 प्रतिशत और लीकेज 22 प्रतिशत होती है। आप घर में रहने के दौरान इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
4. FFP2 मास्क : ये क्वालिटी में FFP1 की तुलना में बेहतर होता है। इसमें फिल्ट्रेशन 94 प्रतिशत और लीकेज 8 प्रतिशत तक होती है। वर्तमान में ये मास्क कोरोना वायरस से बचने के लिए पहने जा रहे हैं।
5. FFP3 मास्क : ये सबसे फाइन क्वालिटी का मास्क बताया जा रहा है, इसमें फिल्ट्रेशन प्राय: 99 प्रतिशत और लीकेज लगभग 2 प्रतिशत तक होती है। कोरोना, सार्स औऱ अन्य जानलेवा वायरस से बचने के लिए बाहरी देशों में इसकी मदद ली जा रही है। हालांकि भारत जैसे भीड़भाड़ वाले देश में ये कितना कारगर होगा, कहा नहीं जा सकता लेकिन इतना तय है कि मास्क खांसी औऱ छींक के जरिए फैल रहे संक्रमण को आप तक नहीं आने देगा।