हेल्थ डेस्क: भागदौड़ भरी लाइफ में हमारे पास इतना समय नहीं होता है कि खुद का ठीक ढंग से ध्यान रख पाएं। जॉब, घर सभी चीज का प्रेशर हमारे डिप्रेशन का कारण बनती है। जिसके कारण कई लोग तो इससे बाहर ही नहीं निकल पाते है। हमारे बीच कई लोग ऐसे होते है जो कि डिप्रेशन के कारण ठीक से नींद नहीं ले पाते है। जिसका सीधा असर उनकी हेल्थ पर पड़ता है।
अगर आप भी उनमे से है, जिनको तनाव के कारण नींद पूरी नहीं हो पाती। भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने पाया कि गन्ने और अन्य प्राकृतिक उत्पादों में पाए जाने वाला एक सक्रिय तत्व तनाव को खत्म कर नींद बढ़ा देता है।
शोध में पाया गया कि वर्तमान में उपलब्ध नींद की गोलियां तनाव पर कोई असर नहीं करतीं और उनके काफी दुष्प्रभाव भी होते हैं।
महेश कौशिक और जापान के त्सुकूबा विश्वविद्यालय के योशिहिरो उरादे के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने पाया कि ऑक्टाकोसोनॉल तनाव को कम कर देता है और नींद को वापस सामान्य स्तर पर ले आता है।
यह यौगिक पदार्थ विभिन्न दैनिक खाद्य पदार्थो, जैसे कि गन्ना, चावल की भूसी, गेहूं के बीज का तेल, मधुमक्खी मोम आदि में प्रचुर मात्रा में मौजूद है।
पत्रिका 'साइंटिफिक रिपोर्ट्स' में प्रकाशित शोध के मुताबिक, खून के प्लाज्मा में कोर्टिकोस्टेरोन का स्तर बढ़ने से मानव में तनाव बढ़ता है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि ऑक्टाकोसैनल एक यौगिक पदार्थ है, जो गन्ने के रस में पाया जाता है। यह तनाव के कारण अनिंद्रा के उपचार के लिए उपयोगी हो सकता है।
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