शी सेज क्या है
SheSays एक गैर-लाभकारी संगठन है जिसका उद्देश्य लिंग-आधारित भेदभाव को समाप्त करना है। इसके साथ ही इस अभियान को एक साल पहले शुरु करने का इरादा बनाया था।
शी सेज के लिंग वकालत प्रमुख जीनिया कोल्हा ने बताया, "हमने महसूस किया कि लिंग आधारित हिंसा, शिक्षा हमारे देश में महिलाओं के आधीन होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है।
जब हम महिलाओं के अधीन इस अन्यायपूर्ण बोझ खत्म करने की सिर्फ बात ही करते है। जो कि भेदभाव पूर्ण है। लेकिन हम इस बात को देखा कि 23 प्रतिशत लड़कियां स्कूव छोड़ रही है। कामकाज में भी लिंगानुपात इसके साथ ही इंफेक्शन के कारण गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की दर दिनों-दिन बढ़ रही है। इसी कारण सी शेज ने यह कैपंन चलाया जिससे कि महिलाओं को आसानी से सेनेचरी नैपकिन्स मिल जाए।
इस कैंपेन का साथ देने मशहूर एक्टर मल्लिका दुआ और आर. जे. आभा भी सामने आईं हैं।
शी सेज ने भेजा 15 सरकारी ऑफिसों में प्रतिनिधित्व
शी सेज ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, महिला और बाल विकास मंत्रालय, पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय, और वित्त मंत्रालय सहित 15 से अधिक सरकारी अधिकारियों के लिए एक कानूनी प्रतिनिधित्व भेजा है।
शी सेज की है ये 5 डिमांड
- शी सेज के ग्रुप चाहता है कि सेनेटरी नैपकिन से टैक्स हटे।
- इन्हें ज्यादा से ज्यादा एसएन वेंडिग मशीन में लगाकर पब्लिक टॉयलेट, सरकारी दफ्तर और स्कूलों में रखा जाएं।
- इस ग्रुप की मांग है कि इन्हें एसएनजीस अधिनियम के तहत रखा जाएं।
- पीरियड्स को पारदर्शी और हाइजीन संबंधी स्कीन लाई जाए।
- लोकल एसएचजीस दी जाएं जो कि भारतीय एसएनसी में डिजाइन की गई है।