फंगल स्किन इंफेक्शन के प्रकार
एथलिट फुट
रिंगवर्म
एक्जिमा
यीस्ट या खमीर संक्रमण
एथलीट फुट (Tenia pedis)
पैर की अंगुलियों के बीच उष्ण और नम रहने वाला हिस्सा टीनिया पेडिस या एथलीट्स फुट नामक फंगल इंफेक्शन का शिकार हो जाता है। इसमें खुजली, जलन, त्वचा फटना एवं फफोले हो सकते हैं। यह पैर की उंगलियों के बीच के हिस्सों में बढ़ता है जोकि एक कवक के कारण होता है। कवक संक्रमण त्वचा में खुजली बढ़ाती है और पैर की त्वचा ज्यादा परतदार और लाल हो जाती है। इसके कारण कभी-कभी पैर में सफेद दरारें भी आ जाती है और फफोले भी निकल जाते हैं।
नाखून संक्रमण (Tinea unguium)
नाखून में फंगल इंफेक्शन पहले नाखून के अगले हिस्से में बढ़ता है और फिर धीरे-धीरे पूरे नाखून में फैल जाता है। इसके संक्रमण से नाखून का रंग नीला पड़ जाता है और नाखून के आसपास की कोशिका इतनी मोटी हो जाती है कि जूता पहनना भी मुश्किल हो जाता है।
रिंगवर्म या दाद (Ringworm)
इसमें खुजली इतनी होती है कि आप उसे खुजाते ही रहें और खुजाने के बाद जलन होती है, छोटे-छोटे दाने होते हैं, चमड़ी लाल रंग की मोटी चकत्तेदार हो जाती हैं। दाद ज्यादातर जननांगों में जोड़ों के पास और जहां पसीना आता है व कपड़ा जहां पर ज्यादा रगड़ाता है, वहां पर होती है। वैसे यह शरीर में कहीं भी हो सकती है।