सीताफल जिसे कस्टर्ड सेब भी कहा जाता है। सीताफल स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी, विटामिन ए, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, पोटेशियम और मैग्नीज जैसे तत्व पाए जाते है। इसे अपनी डाइट में शामिल करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। लेकिन इस फल को लेकर लोगों के मन में कई भ्रम है कि इसे किन लोगों को नहीं खाना चाहिए, किन लोगों के लिए ये बेस्ट फल है। ऐसे ही कुछ भ्रमकों को तोड़ने के लिए सेलिब्रिटी और पोषण विशेषज्ञ रुजुता दिवेकर ने एक पोस्ट शेयर की है। जिसमें उन्होंने सीताफल को लेकर कई मिथकों के बारे में खुलकर बात की है। आप भी जानें इन भ्रमों को।
रुजुता कहती हैं कि सीताफल हर आयु के लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है। यह टेस्टी फल स्किन, आंखो की रोशनी बाल और हीमोग्लोबिन लेवल को भी ठीक रखता है। सीताफल में उच्च जैव सक्रिय अणु होते हैं जो एंटी-ओबेसोजेनिक, एंटी-डायबिटीज और कैंसर-रोधी गुणों से भरपूर होते हैं।
पहला भ्रम- डायबिटीज रोगी न खाएं सीताफल
इस बारे में रुजुता कहती है कि सीताफल 54 के ग्लाइसेमिक इंडेक्स के लिए बहुत अच्छा है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके साथ ही जो जीआई 55 से लड़ रहा है वो इसका सेवन जरूर करें।
तेजी से बढ़ाना है मेटाबॉलिज्म तो अपनी डाइट में शामिल करें ये फूड्स, बीमारियां रहेगी कोसों दूर
दूसरा भ्रम- हद्य रोगी सीताफल से रहें कोसों दूर
सीताफल में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम, पोटैशियम, विटामिन सी जैसे खनिज पाए जाते है। जो हार्ट के साथ-साथ संचार प्रणाली को भी ठीक रखता है।
बेली फैट को दूर करके एब्स बनाना चाहते हैं तो खाने में शामिल करें ये चीजें
तीसरा भ्रम - पीसीओडी से ग्रसित महिलाएं रहें सीताफल से दूर
इस बारे में रुजुता कहती है कि PCOD वाली महिलाओं के लिए सीताफल फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। इसके साथ ही यह प्रजनन क्षमता को ठीक रखने के साथ-साथ चिड़चिड़ेपन से निजात दिलाता है।