ठंड का मौसनम शुरु होता नहीं है कि स्किन इंफेक्शन होना शुरू हो जाता हैं। छत्तीसगढ़ और उसके आसपास के क्षेत्रों में 'स्केबीज' नाम का संक्रामक रोग तेजी से फैल रहा है। अगर इसका सही समय पर इलाज नहीं कराया तो पूरे परिवार इसकी चपेट में आकर काफी दिनों तक प्रभावित रह सकता है। इस बीमारी के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि स्केबीज एक संक्रामक बीमारी है, जो करीब 30 साल पहले महामारी की तरह फैला था। जानें इस बीमारी के बारे में सबकुछ।
बच्चे हो रहे है सबसे ज्यादा प्रभावित
इस बीमारी से सबसे ज्यादा बच्चे पीड़ित हैं क्योंकि यह रोग छूने से फैलता है। जिसके कारण स्कूल, हॉस्टल आदि में रहने के कारण इनकी संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है।
पीरियड्स के असहनीय दर्द से छुटकारा पाने के लिए अपनाए ये घरेलू उपाय
स्केबीज क्या है?
डाक्टर्स के अनुसार, इस रोग में स्किन में खुजली, जलन और चकत्ते हो जाते है। ये रोग Sarcoptes scabiei नाम के बेहद छोटे परजीवियों के द्वारा फैलता है। यह बहुत ही ज्यादा संक्रामक होता है। इसलिए ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क आते ही उसे भी प्रभावित कर देता है। यहां तक कि इससे संक्रमित व्यक्ति का बिस्तर, कपड़े आदि छू लिया जाए तो आपको यह रोग हो सकता हैं।
मेथी के पानी का रोजा खाली पेट करें सेवन, मिलेगी मोटापे सहित इन खतरनाक बीमारियों से निजात
स्केबीज के लक्षण
- आमतौर पर यह रोग हाथ, आर्मपिट, कमर, हिप्स, उंगुलिया, कोहनी आदि में अधिक होता है।
- रात के समय अधिक खुजली होना।
- शरीर में चकत्ते पड़ जाना।
- स्किन पर मोटी परत पड़ जाना।
- चकत्तों की जगह लाल-लाल दाने निकल आना।
स्केबीज से यूं करें बचाव
इस रोग का उपचार शुरु करने से पहले सभी कपड़े, बिस्तर आदि गर्म पानी से साफ करें। जिससे आसानी से बैक्टीरिया मर जाए।
अगर आपको जरा सा भी शंका है कि आपको यह रोग है तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
सप्ताह में कम से कम 1 बार चादर, ताकिया के कवर, तौलिया और अन्य कपड़ो को धोलें। इसके साथ ही बिस्तरों को घूम पर डाल दें।
अगर कोई इस बीमारी से पीड़ित है तो उसे अलग बिस्तर में सुलाएं। जिससे कि आपके रोग के शिकार न हो।
माइट सामान्य तौर पर कुत्ते और बिल्लियों के शरीर में पाए जाते हैं। इसलिए इनकी साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखेँ।