नई दिल्ली। पूरे देश में इस समय फनि चक्रवात (fani cyclone) का चर्चा और डर पसरा हुआ है। दक्षिण भारत में इस वक्त फनि का क्रोध जनता के दिलो दिमाग में जान माल का डर पैदा कर रहा है। यूं भी समय समय पर समुद्री इलाकों में तूफान और चक्रवात आते रहते है, इनसे डरने की बजाय इनका मुकाबला करने और इनसे सुरक्षित बच निकलने के लिए जरूरी है कि आप तूफान के डर को दिल से निकाल कर सुरक्षा के कुछ पुख्ता इंतजाम करें।
आइए जानते हैं वो जरूरी सुरक्षा उपाय (sefety feature of cyclone) जो हर किसी को तूफान औऱ चक्रवात से बचने के लिए करने ही चाहिए ताकि अपनी औऱ अपनों की जान माल की सुरक्षा हो सके।
समुद्री इलाकों में काफी पहले ही इस तरह के चक्रवातों को लेकर चेतावनियां जारी कर दी जाती हैं। अगर आपको भी ऐसी चेतावनी मिली है तो घर में खाने पीने औऱ जीवन निर्वाह की जरूरी चीजें एकत्र करके रख लें।
तूफान के वक्त बिना किसी मकसद घूमने फिरने के लिए सड़कों पर न निकलें औऱ न ही दूसरों को निकलने दें।
तूफान के दौरान अगर आप सड़क पर हैं तो किसी भी ऐसी बिल्डिंग के पास खड़े न हो जो पुरानी हो। न ही दीवारों की ओट लें।
यदि आप बीच राह में फंस गए हैं और तेज आंधी आ गई है तो या तो सड़क पर ही लेट जाएं और यहां फिर तो जिस दिशा से आंधी चल रही है, उसी दिशा में शरीर को झुकाकर खडे हो जाएं।
अगर आप गाड़ी चला रहे हैं तो आपको सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए क्योंकि ऐसे में गाड़ियां पलट जाती हैं औऱ जान माल को हानि पहंचती है। आपको करना चाहिए कि गाड़ी को खुली जगह पर खड़ा कर लें, और उसकी ओट में बैठ जाएं।
अगर आप गाडी के अंदर बैठना चाह रहे हैं तो ध्यान रखें कि रेडियो इत्यादि बिलकुल न चलाएं क्योंकि ऐसा करके तूफान के समय आप आसमानी बिजली को न्यौता दे रहे हैं।
इस दौरान घर और बाहर कहीं भी बिजली के सामान,खंबों औऱ तारों से दूर रहें। अगर बिजली चली भी गई है तो आंधी तूफान के रुकने का इंतजार करें, मैकेनिक बनकर बिजली ठीक करने का हौंसला न दिखाएं।
इस दौरान मोबाइल और ऐसे उपकरणों को बिलकुल चार्ज न करें। बिजली के किसी भी सामान से दूरी बनाए रखें।
घर पर हैं या सड़क पर, पानी से दूर रहें क्योंकि आंधी में तारों के टूटने से पानी में भी करेंट आ सकता है।
घर में जरूरी चीजें जैसे, टॉर्च, मोमबत्ती, लाइटर, माचिस और खाने-पीने का पूरा इंतजाम करके रखें और संभव हो सके तो बाहर न निकलें।