हेल्थ डेस्क: उम्र बढ़ने के साथ-साथ कई बीमारियों हमें घेर लेती है। उम्र के साथ हमारी हड्डियां और मांसपेशियां काफी कमजोर हो जाती है। जिसके कारण हड्डियों संबंधी कई समस्याएं हो जाती है। इन्हीं में से एक समस्या है रोटेटर कफ की चोट। इसमें कंघों में एक तरह का भयानक दर्द होता है। इस बीमारी में कंघों को घुमाने के साथ-साथ मोड़ने के साथ सूजन की समस्या हो जाती है। जानिए आखिर क्या है रोटेटर कफ, इसके लक्षण और कैसे करें इससे बचाव।
क्या है रोटेटर कफ
रोटेटर कफ मांसपेशियों और टेंडन्स का ऐसा समूह है, कंधों के जोड़ों के पास होता है और हमारे हाथों को मोड़ने-घुमाने में मदद करता है। रोटेटर कफ की मोटाई मात्र 5 मिलीमीटर होती है इसलिए कई बार गिरने-फिसलने या टक्कर जैसी मामूली घटनाओं से भी रोटेटर कफ में दर्द की समस्या हो जाती है।
रोटेटेर कफ में समस्या होने के लक्षण
- आमतौर पर रोटेटर कफ इंजरी होने के लक्षण नजर आते है।
- कंधे या फिर ऊपरी बांह में दर्द
- हाथ ऊपर या फिर बाहर करने में दर्द होना।
- हाथ उठाने में कठिनाई होना।
- रात के समय कंधों में अधिक दर्द होना।
- शर्ट की बांह में हाथ डालने या फिर बालों में कंघी करते समय असहनीय दर्द होना।
रोटेटटर कफ की चोट से बचने के लिए ध्यान रखें ये बातें
- अगर आपको अचानक दर्द हो रहा है तो कपड़े में बर्फ रखकर प्रभावित जहगह पर कम सम कम 20 मिनट सिंकाई करें।
- अगर एक्सरसाइज के समय दर्द बढ़ता जाता है। तो थोड़े दिनों के लइए एक्सरसाइज बंद कर दें।
- अगर आपका काम जरुरी है तो आप हर 2 घंटे में 10-15 मिनट का ब्रेक जरुर लें।
- रोटेटर कफ की समस्या से बचाव के लिए रोजाना कंधो की थोड़ी सी एक्सरसाइज करें।
- अगर दर्द ज्यादा बढ़ जाता है तो तुरंत डॉक्चर से संपर्क करें।