हेल्थ डेस्क: हर साल 15 अक्टूबर को ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे मनाया जाता है। इसमें लोगों को हाथ धोने के लिए जागरु किया जाता है। जिससे कि कई गंभीर बीमारियों से बच जाएं। इसलिए हम आपको आपको बताएंगे हाथ न धोने से होने वाली खतरनाक बीमारियों के बारें में। कई बार होता है कि हम सादे पानी से हाथ धो लेते है। या फिर बाहर कुछ भी खाते है तो अपनी भूख के आगे हाथ धोना जरुरी नहीं समझते है। आप सोचते होगे कि इससे आपके स्वास्थ्य पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। तो हम आपको बता दें कि आप अपने अंदर अधिक मात्रा में बैक्टिरिया ले जा रहे है। जानें ऐसे करने से होने वाले नुकसान के बारें में।
ऐसे धोएं अपने हाथ
इस बारें में डॉक्टर्स का भी कहना है कि आप अच्छी तरह से अपने हाथों को धोएं। सिर्फ साबुन या हैंडवॉस लगाने से आपके हाथों के कीटाणु मर नहीं जाते है। बल्कि आपको कम से कम 20-40 सेकंड तक अपने हाथों की अंगुलियों, नाखुनों और हाथों को धोना चाहिए। करीब 20 सेकंड तक झाग निकलते हुए हाथ धोएं। इससे आपके हाथ साफ होगे। (Navratri 2018:डायटिशियन रुजुता दिवेकर से जानें व्रत में खानपान का सही डाइट चार्ट )
हो सकती है ये बीमारियां
कब्ज, डायरिया का खतरा
अगर आपने अपने हाथों की सफाई ठीक से नहीं की। तो आपको कब्ज या फिर डायरिया की समस्या हो सकती है। 2018 की सरकारी रिपोर्ट के अनुसार भारत में संक्रामक रोगों से होने वाली मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण डायरिया है। (इस बीमारी के हैं शिकार तो भूल से भी न खाएं सेब, पढ़िए इसके साइड इफेक्ट्स)
आंख, कान, नाक का इंफेक्शन
अगर आप बिना धुले हाथ अपने आंख, नाक, कान मुंह को छूते है। इससे आप कीटाणु आंख, कान, नाक से शरीर के अंदर प्रवेश करा रहे है। इससे आप किसी बड़े इंफेक्शन का भी शिकार हो सकते है। इसलिए अपने हाथों को हर 3 घंटे पर जरुर धोएं।
निमोनिया
निमोनिया खतरनाक बीमारियों की लिस्ट में शामिल है। आपको बता दें कि इंडिया में संक्रामक रोगों से होने वाली मौतों में तीसरा सबसे बड़ा कारण निमोनिया ही है। अगर आप ठीक ढंग से अपने हाथों को नहीं धोते है तो आपके शरीर के अंदर कीटाणु चले जाते है। जिसके कारण आप निमोनिया के शिकार हो जाते है। इसलिए खाने से पहले और शौच जाने के बाद हाथ अच्छी तरीके से जरुर धोएं।
फूड प्वाइजनिंग
आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि आपके हाथ न धोने के कारण सबसे ज्यादा इस बीमारी के शिकार होते है। अगर कच्चे मांस को गंदे हाथों से छूने से उसमें साल्मोनेला पॉइजनिंग हो सकती है। और फिर इस संक्रमित चिकन को खाने से आपको फूड ज्वाइजनिंग हो सकती है।