आज के समय में खाना पीने की चीजों में मिलावट होना आम बात हो गई है। जिसके कारण सबसे ज्यादा बीमारियां फेल रही है। लेकिन ऐसे में अगर राजनेता शिकार हो जाए तो फिर आप क्या कहेंगे। ऐसा ही कुछ मामला सामने आया है। दरअसल मोदी सरकार में खाद्य एवं आपूर्ति और उपभोक्ता मंत्रालय के मंत्री राम विलास पासवान ने दिल्ली की खान मार्केट से 420 रुपए किलो सेब खरीदे। लेकिन जब उन्हें काटने बैठे तो उसमें मोम की परत लगी हुई थी। इसके बाद विक्रेता पर कार्रवाई की गई।
लेकिन क्या आप ये बात जानते है कि आखिर सेब में मोम की परत क्यों चढ़ाई जाती है। इस बारे में एक्सपर्ट का कहना है कि हर एक नेचुरल फल में मोम की एक परत लगाई जाती है। जिससे शरीर में कोई नुकसान नहीं होता है। यह मोम पेट में पिघलती नहीं है बल्कि यह मल के रास्ते से आसानी से बाहर निकल जाती है।
इस बारे में फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) का कहना है कि वेजीटेबल वैक्स का इस्तेमाल हम फल और सब्जियों में कर सकते है। जिससे इसे दूर-दराज आसानी और सुरक्षित भेजा जा सके।
किस चीज से बनी होती है ये परत
आपको बता दें कि यह मोम की परत सब्जियों, खनिजों, दालों, चर्बी और फलों से मिलाकर बनती है। वहीं भारत की बात करें तो यह खजूर के पत्तों में मिलने वाली कैरानौबा मोम की परत चढ़ाई जाती है।
कैसे पाएं सेब से मोम की परत से निजात
आजकल घटिया क्वालिटी की मोम इस्तेमाल की जा रही है। जिसके कारण आप कई पेट संबंधी बीमारियों का सामना करने लगते हैं। ऐसे में आपके दिमाग में सबसे पहले यहीं चीज घूमने लगती है कि आखिर अब सेब कैसे खाएं क्योंकि इसमें चढ़ी मोम हानिकारक हो सकती है। इसमें आपकी थोड़ी मदद कर देते है। आप इस टिप्स को अपनाकर आसानी से सेब से मोम की परत हटा सकते हैं।
- सबसे पहले गुनगुनी पानी में नींबू औऱ बेकिंग सोड़ा डालकर इसमें सेब डाल दें और कुछ देर बाद इससे पानी हटा लें।
- आप गुनगुने पानी में 2-3 मिनट सेब डालकर रख दें। मोम आसानी से निकल जाएगी। इसके बाद आप सूखे कपड़े से पोछ कर अलग निकाल लें।
- अगर आपको यह पानी वाला आइडिया नहीं अपनाना है तो आप एक पेपर टॉवर में थोड़ा सा विनेगर लें और हर एक सेब लेकर उसे अच्छी तरह से पोछ लें। कई लोग एप्पल विनेगर का इस्तेमाल करते है। लेकिन व्हाइट विनेगर का इस्तेमाल कर सकते है।