नई दिल्ली: पीरियड्स को लेकर लड़कियों को कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ती है ये बात किसी से छिपी तो नहीं है। लेकिन इससे जुड़ी कुछ खास बात जो शायद ही आपके दिमाग में आता होगा। पीरियड्स को लेकर हर लड़की के मन में आता है ऐसे कई सवाल।
पीरियड्स यानी माहवारी। कई लोग इसे वो और उन दिनों की बात भी कहते हैं। वो कच्ची उम्र की है। यदि उसे थोड़ा-बहुत मालूम भी हो, तो वो आपको बताने में झिझकती है। प्लान इंटरनेशनल यूके के एक शोध में 1000 लड़कियों को शामिल किया गया। शोध में पाया गया कि लड़कियां पीरियड्स की बात पर झिझकती हैं। उनमें से एक तिहाई लड़कियों को पता ही नहीं कि उन्हें पीरियड्स कब होगा? बेटी की परवरिश की जिम्मेदारी आपकी है। उसे बताना होगा कि टीनएज में आते ही उसके शरीर में तरह-तरह के बदलाव होंगे, जिसे उसे स्वीकारना होगा।
कब शुरू करें बात
पीरियड्स को लेकर कब बात करनी चाहिए ? यह बड़ा सवाल है। अमेरिका, दक्षिण कोरिया और पश्चिम यूरोप के कुछ विकसित देशों में, लड़कियों को 12 या 13 साल की उम्र में पहला पीरियड होता है। मगर कुछ लड़कियों को जल्दी यानी 8 साल की उम्र में या फिर देर से यानी 16 या 17 साल में पहला पीरियड होता है।
नाइजीरिया की लड़कियों में लगभग 15 साल की उम्र में पीरियड होता है। भारत में 12 से 14 साल के बीच पीरियड शुरू होता है। असल में, एक लड़की को किस उम्र में पीरियड होगा, यह कई बातों पर निर्भर करता है, जैसे उसके जीन्स की रचना, उसके परिवार की आर्थिक हालत, खानपान, वह किस तरह का काम करती है और वह जिस जगह पर रहती है, उसकी ऊंचाई कितनी है?
अपनी बेटी को इसके बारे में बताना कब अच्छा होगा?
उसकी पहली माहवारी से पहले। इसका मतलब है कि जब आपकी बेटी लगभग 8 साल की हो जाती है, तब आप उसे शरीर में होने वाले बदलाव और मासिक धर्म के बारे में बता सकती हैं। अगर आपकी बेटी 8 से 10 साल की है, तो मुमकिन है कि हार्मोन के बढ़ने की वजह से अंदर-ही-अंदर उसमें बदलाव होने शुरू हो गए होंगे, जैसे ब्रेस्ट का बढ़ना, शरीर में ज्यादा बाल आना आदि। ज्यादातर लड़कियों का पहला पीरियड शुरू होने से ठीक पहले, उनका कद व वजन अचानक बढ़ जाता है।