विडेमर का कहना है कि हम इस चॉकलेट के माध्यम से महिलाओं के पीरियड्स के उन दिनों की परेशानी से छुटकारा दिलाने के साथ-साथ अधिक आरामदायक बनाना चाहते हैं। ऐसे समय में महिलाओं के बॉडी के अंदर कई तरह के हर्मोनल बदलाव आते हैं और इस चॉकलेट में ऐसी कई तरह की जड़ी-बूटी को डाला गया है जिससे इन सब हार्मोंस को बैलेंस बनाया जा सके।
विडेमर के मुताबिक यह चॉकलेट कार्बनिक चाय के मिश्रण से बना हुआ है, जिसे फ्रायेंमन्ड कहा जाता है। दर्द से लड़ने वाले जड़ी-बूटियों के साथ रसायनों सेरोटोनिन और थियोब्रोमाइन (कोको में पाया जाता है) के मिश्रण से बना हुआ है। इसके पीछे एक कारण है पीरियड्स के दौरान सेरोटोनिन स्तरों में काफी मात्रा में गिरावट होती है, इसलिए यह कॉम्बो इसमें रिलीफ करने में मदद करती है। मेडिसीन से ज्यादा चॉकलेट फायदेमंद होती है। और पीरियड्स में इससे काफी फायदा होता है।
डार्क चॉकलेट-पीरियड्स के दिनों में चॉकलेट और कुछ मीठा-मीठा खाने को मन करता है. बहुत ज्यादा मीठा खाना इन दिनों में नुकसानदायक हो सकता है लेकिन आप डार्क चॉकलेट जरूर खा सकते हैं. इससे मसल्स रिलैक्स होंगी और आपकी क्रेविंग भी कम होगी.