हेल्थ डेस्क: बड़े और छोटे पर्टे की फेमस एक्ट्रेस सुजाता कुमार का कैंसर के कारण निधन हो गया। सुजाता कुमार सुचिता कृष्णमूर्ति की बहन है। उनकी निधन की जानकारी खुद उनकी बहन ने ट्वीट के जरिए दी।
सुचित्रा ने ट्वीट करते हुए कहा, 'हमारी प्यारी सुजाता कुमार का निधन हो गया है। उनके निधन ने हमें बहुत दुखी कर दिया है। उनका निधन 19 अगस्त रात 11:26 पर हुआ। उनके जाने के बाद जिंदगी दोबारा वैसी नहीं होगी...।' इससे पहले भी सुचित्रा ने एक ट्वीट 18 अगस्त को करते हुए अपनी बहन के लिए फैन्स से दुआ मांगने को कहा था।
सुजाता कई टीवी विज्ञापनों में भी दिखाई दी थीं। फिल्म 'इंग्लिश विंग्लिश' के अलावा सुजाता ने फिल्म 'रांझणा' में भी दिल्ली की मुख्यमंत्री का किरदार निभाया था। वह पिछले काफी समय से कैंसर से जूझ रहीं थीं और उन्हें लीलावती हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। जानिए इस कैंसर के बारें में सबकुछ।
सोनाली ब्रेंद्रे को भी है यहीं कैंसर
आपको बता दें कि सोनाली को भी मेटास्टैटिक कैंसर का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उन्हें सही समय में पता चल जाने के कारण इससे इलाज न्यूयार्क में करा रही हैं।
जानिए क्या है मेटास्टैटिक कैंसर?
शरीर में होने वाले दूसरे टाइप के कैंसर की तुलना में ज्यादा खतरनाक माना जाता है, जिसकी वजह इसका शरीर के बाकी हिस्सों में फैल जाना है। मैटास्टैटिस का मतलब होता है रूप बदलना, यानी कि इसके सेल्स टूटकर ब्लड में मिलकर शरीर के पूरे हिस्से में फैल जाते है। जिसके कारण पूरे शरीर में फैल जाता है।
मेटास्टैटिक कैंसर के लक्षण
- यह आपके मस्तिष्क में भी हमला करता है। जिसके कारण आपको चक्कर आना, सिरदर्द, दौरे पड़ना आदि की समस्या हो सकती है।
- लगातार बुखार बना रहना। जिसके कारण पीलिया की समस्या हो जाना।
- इस कैंसर की शुरुआत हड्डियों से होती है। जिसके कारण हड्डियां कमजोर हो जाती है और उनमे दर्द होने लगता है। कई बार उनके टूटने का खतरा अधिक बढ़ जाता है।
- इन लक्षणों के अलावा यह आपके फेफड़ो की ओर बढ़ता है। जिसके कारण सांस लेने में समस्या होने लगती है। जो आगे चलकर लीवर को भी चपेट में ले लेता है।
- लीवर में होने के कारण पेट में सूजन, दर्द की समस्या होने लगती है।
क्या इस कैंसर का इलाज है संभव?
किसी भी तरह का कैंसर हो अगर उसके बारें में समय से पता चल जाएं तो उसका इलाज संभव है। अगर मेटास्टैटिक कैंसर की बात करें तो इसमें सेल्स को रोकना थोड़ा मुश्किल होता है। लेकिन समय में इसके बारें पता चल जाएं तो इसके काफी हद तक निजात पाया जा सकता है। इसके अलावा दवाओं, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी या फिर सर्जरी के जरिएं इसका इलाज संभव है।