चिकनगुनिया का होम्योपैथिक इलाज
एक और जहां चिकनगुनिया से ग्रसित व्यक्ति को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है वहीं दूसरी और इस बीमारी के इलाज का खर्च भी कई लोगों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन गया है। बेहद महंगी दवाईयों से बचने के लिए व इनसे तुरंत निजात पाने के लिए आप होम्योपैथिक दवाईयों का सहारा भी ले सकते है। होम्योपैथिक दवाईयां बेहद सस्ती होती है तथा इन दवाईयों के सेवन से कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता। होम्योपैथिक इलाज में मरीज के लक्षणों के आधार पर दवा दी जाती है लेकिन जब कोई बीमारी बहुत बड़े स्तर पर फैल जाती है तब उसे सामूहिक लक्षणों के आधार दवा दी जाती है। चिकनगुनिया के मरीज को अगर तेज प्यास लग रही है, तो इस स्थिति के लिए Eupatorium Perfoliatum 200 एक कारगर दवा है। एक कप पानी में एक या दो बूंद दवा डालकर मिला लीजिए। यदि किसी मरीज की हालत गंभीर है तो उसे हर 10 मिनट बाद 2 चम्मच दवाई देनी चाहिए। अगर मरीज की हालत गंभीर नहीं है तो आप दवा देने में आधे घंटे से 2 घंटे तक का अंतर रख सकते हैं। दवा देने के 8 से 10 घंटे के भीतर ही आपको असर दिखने लगेगा।