हेल्थ डेस्क: दही हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। गर्मियों में तो इसका सेवन करने से आपको कई बीमारियों से निजात मिल जाता है। दही से हम कई तरह की रेसिपी भी बनाते है। कई लोगो को मीठी दही तो किसी को नमकीन दही पसंद होता है।
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आमतौर में दही हमारे सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन इसमें शुगर मिला देने से गहामरे लिए थोड़ा सा नुकसानदायक हो सकता है। जिसके कारण आपको डायबिटीज की समस्या और बढ सकती है, लेकिन अगर हम कहे कि आपको बिना शुगर मिलाएं दही मिले जो कि आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद हो। जो आप कहेगें कि ऐसा कैसे हो सकता है, लेकिन ऐसा संभव हो गया है। एक शोध में ऐसे दही बनाने की सफलता हासिल हुई है। जिसमें आप बिमा शुगर मिलाए मीठा खा सकते है।
दुग्ध उत्पादों में अलग से चीनी मिलाने के कारण स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोग इन्हें खाने से बचते हैं। लेकिन अब डेनमार्क के शोधकर्ताओं ने मीठी दही जमाने में सफलता पाई है। शोधकर्ताओं के दल ने दही जमाने वाली बैक्टीरिया के चयापचय गुण में बदलाव लाकर प्राकृतिक रूप से उसे मीठा बनाने में कामयाबी हासिल की है।
इसके अलावा शोधकर्ताओं ने सूक्ष्यजीवविज्ञानी तरीकों के उपयोग से दही के लैक्टोस को पूरी तरह निकालने का तरीका भी ढूंढ निकाला है। तो अब वे लोग भी मजे से दही खा सकेंगे, जिन्हें दुग्ध उत्पाद पचता नहीं है।
डेनमार्क की बहुराष्ट्रीय बॉयोसाइंस कंपनी हेंसन होल्डिंग के उपाध्यक्ष व शोधकर्ता एरिक जोहानसन का कहना है, "हमारा लक्ष्य यह था कि दही में पाई जाने वाली बैक्टीरिया ग्लूकोज को न पचा पाए, जो कि चीनी का ही एक मीठा रूप है और किण्वन उत्पाद है। हम चाहते थे कि वे ग्लूकोज को खाएं लेकिन वापस ग्लूकोज ही निकालें।"
यह शोध एप्लाइड एंड एनवायरोनमेंटल माइक्रोबायलॉजी में प्रकाशित किया गया है।
जोहानसन आगे कहते हैं, "इसका कारण यह है कि ग्लूकोज लैक्टोस या गैलेक्टोस के मुकाबले अधिक मीठा होता है। इसलिए दही के बैक्टीरिया ग्लूकोज खाकर लैक्टोस निकालने की बजाए जब ग्लूकोज निकालते हैं तो दही मीठा हो जाता है और उसमें अलग से चीनी मिलाने की जरूरत नहीं पड़ती।"