भोपाल की शान कहे जाने वाले बड़े तालाब पर उड़ते इन चमगादड़ों के देख आज से पहले कभी किसी को भी डर नही लगता था। लेकिन केरल में फैले जानलेवा निपाह वायरस ने भोपाल वासियों के साथ ही सरकार को भी परेशान कर दिया है।
अब तक भोपाल के लोग इन चमगादड़ों को देखने के लिए बड़े तालाब के पास पहुंचते रहे हैं, लेकिन अब इन उड़ते परिंदों से लोगों को खौफ होने लगा है। खौफ की वजह है इन चमगादड़ों से फैल रहे जानलेवा निपाह वायरस। जिसकी वजह से केरल में अब तक 13 लोगों की जान चली गई है।
यही वजह है कि मध्यप्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बाकायदा एडवायजरी जारी कर सभी जिला प्रशासन के साथ-साथ अस्पतालों को भी अलर्ट रहने के लिए कह दिया है।
असल में मध्य प्रदेश सरकार की परेशानी की वजह 23 मई को हिमाचल के सिरमौर जिले में चमगादड़ों की मौत भी है हालांकि मृत पाए गए चमगादड़ों में निपाह वायरस के होने की बात पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने जांच के बाद खारिज कर दी है।
संस्थान ने कहा कि चमगादड़ों की मौत किसी और वजह से हुई लेकिन सरकार भोपाल में बड़ी संख्यां में चमगादड़ों की मौजूदगी को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बरतने के मूड में नहीं है। दरअसल निपाह वायरस के फैलने की वजह चमगादड़ों को ही माना जाता रहा है। जिसके कारण लोग दहशत में है।
इस खतरनाक वायरस को लेकर फिलहाल खुलासा ये हुआ है कि इस वायरस के फैलने की वजह चमगादड़ नहीं है हालांकि विशेषज्ञ इसकी जानकारी जुटा रहे हैं कि आखिर ये रोग किस वजह से इतनी तेजी से केरल और देश के दूसरे राज्यों में फैल रहा है।
अब फल खाने वाले चमगादड़ के खून के नमूनों की जांच हो रही है। पुणे प्रयोगशाला के विशेषज्ञों की एक टीम भी कोझिकोड पहुंच गई है, जो चमगादड़ों के खून के नमूने ले रही है। आपको बता दें इस वायरस से होने वाली बीमारी के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द और उल्टियां शामिल है। कुछ लोग मिर्गी के भी शिकार हो रहे हैं।