हेल्थ डेस्क: कई लोगों के साथ ये समस्या होती है कि वह ननींद में बहुत ही बुरे-बुरे सपने देखते है। जिसके कारण कई बार वह डर जाते हैं। अगर आप नींद में बार-बार बुरे सपने देखते हैं और ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहे हैं, तो सावधान हो जाइए।
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अगर ऐसा है तो आप मानसिक बीमारी 'पोस्ट ट्रामैटिक स्ट्रैस डिसऑर्डर' (PTSD)का शिकार हो सकते हैं। मनोवैज्ञानिक डॉ. प्रशांत शुक्ल ने 'पीटीएसडी डे' पर बताया, 'इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति चिड़चिड़ा और छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करता है। 'पीटीएसडी' ऐसी समस्या है, जहां दिमाग में अतीत की घटनाएं वर्तमान में प्रतिक्रया देती हैं।
डॉ. शुक्ल के मुताबिक, शोध में पता चला है कि बचपन में मन पर आघात व परिवारिक तनाव पीटीएसडी होने की संभावना बढ़ाते हैं।
पीटीएसडी के लक्षण:
- जल्दी जागना और नींद में बुरे सपने देखना
- एक घटना का बार-बार दिखना या याद आना
- भूलना या विस्मृति और स्मृति में परेशानी
- ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
- अति सतर्कता, अचानक तेज गुस्सा और कभी-कभी हिंसक होना
- अचानक डर का दौरा पड़ना
- अकारण मांसपेशियों में दर्द
- घबराहट और चिंता बनी रहना
- अत्याधिक शर्म, ग्लानि और शर्मिदगी
- अत्यधिक भावुक होना
- घटना से जुड़ी बातों को नजरअंदाज करना
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