हेल्थ डेस्क: आज के समय में हर कोई इतना ज्यादा बिजी हो गया है इसके साथ ही अधिक मात्रा में प्रदूषण होने के कारण कई गंबीर बीमारी से आज हम ग्रस्त हो गए है। इसका असर बच्चों पर ज्यादा देखा जा रहा है। ऐसे में ही एक समस्या है आटिज्म की। जानिए कैसे इसे पहचान सकते है।
वैज्ञानिकों ने बच्चों में आटिज्म का पता लगा सकने वाले नये रक्त और मूत्र परीक्षण विकसित किये हैं जिससे मरीज इस बीमारी का अपने जीवन में बहुत पहले इलाज करा पाएंगे।
‘आटिज्म स्पेक्ट्रम डिसार्डर’(एएसडी) एक ऐसा विकार होता है जो सामाजिक मेलमिलाप को प्रभावित करता है और इससे व्यवहार संबंधी परेशानियां पैदा होती हैं।
चूंकि एएसडी के लक्षण अलग अलग तरह के हो सकते हैं, उनका पता लगाना मुश्किल और अनिश्चित है, खासकर इसके विकसित होने के शुरूआती चरण में।
ब्रिटेन के वारविक विश्वविद्यालय में नाइला रब्बानी ने कहा कि हमारी खोज से इसका काफी पहले पता लगाया जा सकता है और इसका इलाज शुरू हो सकता है।
पत्रिका ‘मोलेकुलर आटिज्म’ में प्रकाशित अध्ययन में एएसडी और रक्त प्लाज्मा में प्रोटीन को हुई क्षति के बीच संबंध पाया गया।