हेल्थ डेस्क: माउथ अल्सर एक ऐसी बीमारी है। जिसके लक्षण आसानी से आपको दिखने लगते है। जैसे कि मुंह, मसूढ़े, होठों या मुंह में अन्य जगह सफेद घाव हो जाना। कई बार इससे खून निकलने लगता है या फिर खाने में समस्या होती है। अगर इन लक्षणों को जानकर डॉक्टर के पास जाएं तो आप आसानी से एक हफ्ते में आसानी से निजात पा सकते है। अब इसका इलाज समय में नहीं कराया तो ह कैंसर का भी कारण बन सकता है। जानिए माउथ अल्सर के बारें में सबकुछ।
माउथ अल्सर के टाइप
यह मुख्य रुप से तीन तरह का होता है।
1. गंभीर अल्सर
नाम से ही पता चल रहा है कि ह अल्सर सबसे बड़ा होता है। यह अल्सर 10 में से 1 का होता है। यह अल्सर 10 मिलीमीटर से बड़े भी हो सकते है।
2. सामान्य अल्सर
यह कम अल्सर होता है। यह 3 से 10 मिलीमीटर का होता है। यह अल्सर 10 दिन के अंदर ठीक हो जाता है। अगर समय में इलाज कराया जाए।
3. हेरपेटीफॉर्म अल्सर
इसका दूसरा नाम पिनप्वाइंट अल्सर भी है। यह लगभग 3 मिमी आकार का होता है। जो कि 10 से 40 साल की उम के लोगों को होता है। इसमें 10 में से 1 को ही होता है।
माउथ अल्सर के मुख्य लक्षण
- खाते या पीते समय अधिक दर्द होना। (भूलकर भी कैंसर के इन संकेतों को न करें इग्नोर, जानिए स्टेज और ट्रीटमेंट )
- अधिक चिड़चिड़ापन हो जाना।
- मुंह में घाव में लालपन पड़ जाना।
- छाला सफेद, ग्रे या फिर पीला होना।
- बुखार होना।
- मुंह या गले में फंगल इंफेक्शन।
- लसिका ग्रंथि में सूजन होना।
कैसे पाएं माउथ अल्सर से निजात
- ज्यादा स्मोकिंग या शराब का सेवन
- कब्ज की समस्या
- विटामिन बी की कमी
- किसी का जूठा खाने से इंफेक्शन
- अत्यधिक तनाव की वजह से भी मुंह के भीतर लाल रंग के छाले हो सकते हैं। (World Population day 2018: फैमिली प्लानिंग करते वक्त इन बातों का रखें ख्याल )
- दांतों की संरचना में गडबडी की वजह से भी भोजन चबाते समय अक्सर जीभ कट जाती है और इससे छाले हो जाते हैं।
माउथ अल्सर से बचाव
- नमक को पानी में मिलाकर गरारे करें, ताकि मुंह साफ रहे और ठंडी चीजों का अधिक से अधिक सेवन करें। जैसे कि दही, छाछ और फलों का जूस पिएं या फिर आइसक्रीम से भी आपको राहत मिल सकती है। (माइग्रेन के लक्षण, कारण, उपचार और घरेलू नुस्खे)
- गरम चीजों को खाना खाने से बचें। साथ ही तीखा और मसालेदार खाने से दूरी बनाएं। खाने में नमक का इस्तेमाल भी कम ही करें।
- चाय-कॉफी जैसी चीजों से दूरी बनाए रखें। यह चीजें कब्जियत पैदा करेंगी, जिससे पेट साफ न होने के कारण छालों की समस्या ठीक होने के बजाए बढ़ जाएगी।
- हल्दी का एंटीसेप्टिक और एंटीइन्फ्लैमटोरी के गुण पाएं जाते है जो कि छालों को सिर्फ ठीक ही नहीं करते है बल्कि फिर से होने से भी रोकते हैं। इसके लिए हल्दी का पाउडर में कुछ बूंद पानी डालकर पेस्ट बना लें और छालों पर लगाएं, इससे दर्द से तुरंत राहत मिल जाएगा
- तुलसी के अनेक स्वास्थ्यवर्द्धक और दर्दनिवारक गुण हैं। दिन में दो से तीन बार चार-पांच तुलसी के पत्तों को चबाकर खाने से सिर्फ दर्द से ही राहत नहीं मिलता है बल्कि धीरे-धीरे छाले ठीक भी होने लगते हैं।
- मुंह के छाले के जगह पर आइस क्यूब लगाने से वह ठीक तो नहीं होता है मगर दर्द से राहत मिलता है। इसलिए इसका इस्तेमाल आप कर सकते है।