नई दिल्ली: उम्रदराज कमजोर लोगों को सर्जरी के बाद डेलीरियम (मानसिक रोग, जिसमें शख्स की चेतना कम हो जाती है) का शिकार होने की आशंका दोगुनी रहती है। डेलीरियम मानसिक क्षमताओं में गंभीर गड़बड़ी की स्थिति होती है, जिसके परिणामस्वरूप शख्स भ्रमित रहता है, साथ ही अपने आसपास की स्थितियों के प्रति कम सजगता दिखाता है।
शोधार्थियों ने बताया कि डेलीरियम कमजोरी और संज्ञानात्मक हानि का जोखिम पैदा करने वाला है और यह पोस्ट-ऑपरेटिव डेलीरियम का कारण बनता है।
इसके अलावा पोस्ट-ऑपरेटिव डेलीरियम के साथ संबंधित अन्य जोखिमों में धूम्रपान और मनोवैज्ञानिक दवाओं का उपयोग शामिल है।
वहीं, पहले हुए अध्ययनों में यह कहा गया था कि कमजोरी और संज्ञानात्मक हानि सर्जरी के बाद की जटिलताओं से संबंधित है, लेकिन उम्र नहीं, जबकि नए शोध में इस बात को खारिज किया गया है।
कनाडा की सेंट माइकल हॉस्पीटल से जेरीएट्रिक (वृद्ध रोगियों के चिकित्सक) चिकित्सक जेनिफर वॉट ने कहा, "यह शोध बताता है कि सर्जरी से गुजर रहे उम्रदराज लोगों में यह रोग कितना सामान्य है।"
इस शोध के लिए अध्यनकर्ताओं ने 60 साल या उससे अधिक उम्र के 9,000 लोगों पर हुए 41 अध्ययनों का आकलन किया था। यह शोध पत्रिका 'इंटरनल मेडिसीन' में प्रकाशित हुआ है।