हेल्थ डेस्क: लीवर या किडनी से जुड़ी बीमारी का पता जल्दी नहीं चलता। लेकिन अगर आप ध्यान देंगे तो लीवर या किडनी में जब प्रॉब्लम शुरू होती है तो शरीर में इसके कई संकेत दिखाई देते हैं। इसलिए अक्सर डॉक्टर ये कहते हैं कि आपको अपने शरीर में किसी तरह का बदलाव दिखाई दे तो आप तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
कभी-कभी हमारी कुछ गलतियों से हमारा लिवर सुस्त पड़ जाता है और शरीर में मौजूद गंदगी बाहर नहीं निकल पाती या कुछ मात्रा में ही निकल पाती है। ये गंदगी शरीर में जमा होती रहती है जिससे हमारे शरीर को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। इसका सबसे बड़ा नुकसान तो लिवर को ही उठाना पड़ सकता है। लिवर हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि मेडिकल साइंस के मुताबिक हमारे शरीर के फंक्शन से जुड़े 400 से ज्यादा काम अकेला लिवर करता है।
शरीर में सबसे ज्यादा काम की जिम्मेदारी लिवर पर ही होती है और ये 24 घंटे अपना काम करता रहता है। लिवर हमारे शरीर में फैट को पचाने में मदद करता है, हमारे आहार से शरीर के विकास के लिए पोषक तत्व अलग करता है। इसके अलावा लिवर हमारे शरीर में मौजूद गंदगी और विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। लिवर के सुस्त पड़ने के कारण शरीर में जब गंदगी जमा होना शुरू होती है, तो शरीर इसके कुछ संकेत हमें देता है। इन संकेतों को समझकर अगर हम जल्द ही इसका इलाज शुरू कर देते हैं तो लिवर की ये समस्या ठीक हो जाती है, नहीं तो परेशानी बढ़ जाती है। इसलिए आइये आपको बताते हैं कि लिवर में गंदगी के ज्यादा जमा होने पर शरीर कौन-कौन से संकेत दे सकता है।
लिवर के आसपास दर्द
पेट के ऊपरी हिस्से में जहां लिवर होता है- अगर उस जगह पर आपको दर्द महसूस होता है तो, ये लिवर में जमा गंदगी का संकेत हो सकता है। आमतौर पर ये दर्द ज्यादा तेज नहीं होता है मगर कभी-कभी तेज दर्द हो सकता है। लिवर ही हमारे आहार को पचाने और उससे पोषक तत्वों को अलग करने में मदद करता है और लिवर ही हमारे शरीर से गंदगी और विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। ऐसे में अगर लिवर में कुछ समस्या हो जाती है, तो शरीर से जुड़े ये सभी महत्वपूर्ण काम रुक जाते हैं।पैर और एड़ियों में सूजन
लिवर में हुई किसी समस्या को अगर आप नजरअंदाज करते हैं तो ये लिवर के लिए घातक हो सकता है। इसलिए लिवर इस परेशानी को ठीक करने की स्वयं की कोशिश करता है और नए टिशूज का निर्माण करता है। ज्यादा टिशूज हो जाने से लिवर के काम में बाधा शुरू हो जाती है और इसकी वजह से आपका रक्तचाप बढ़ जाता है। इसके कारण पैरों में एक विशेष द्रव जमा होने लगता है जिससे पैरों में सूजन आ सकती है। आमतौर पर इस सूजन में दर्द नहीं होता है।(खुशखबरी! नई आईयूआई तकनीक से महिलाओं में गर्भधारण आसान, मिलेगी 71 प्रतिशत तक सफलता)
शरीर का वजन बढ़ना
शरीर का वजन बढ़ना भी लिवर में गंदगी जमा होने का संकेत हो सकता है। दरअसल हमारा लिवर हमारे शरीर के अंदर आने वाले सभी तरह कि गंदगियों को पूरी तरह बाहर नहीं निकाल पाता है। जैसे एल्कोहल, आर्टिफिशियल स्वीटनर, ज्यादा फैट वाले आहार, कुछ विशेष दवाइयां आदि। जब आप इन पदार्थों का सेवन करते हैं तो लिवर इन्हें न तो पचा पाता है और न ही शरीर के लिए अशुद्धियों को अलग कर पाता है। बल्कि लिवर ऐसी स्थिति में गंदगी या टॉक्सिन्स को बिना फिल्टर किए फैट सेल्स में स्टोर करता रहता है, जिसके कारण आपका वजन तेजी से बढ़ने लगता है।(मलेरिया बुखार से बचाता है प्लेटलेट, एक स्वस्थ शरीर में इतनी होनी चाहिए प्लेटलेट्स)
शरीर में इंफेक्शन और एलर्जी
लिवर की सुस्ती के कारण जब शरीर में ज्यादा गंदगियां जमा हो जाती हैं तो शरीर में एलर्जी के लक्षण भी दिख सकते हैं। जब हमारी रक्त शिराओं में अलग-अलग तरह के ढेर सारे तत्व एक साथ आ जाते हैं, तो हमारा दिमाग शरीर के लिए पोषक तत्व और एलर्जेन्स के बीच अंतर नहीं कर पाता है और कुछ ऐसे केमिकल्स छोड़ना शुरू करता है जिनसे इन एलर्जेन्स को कम किया जा सके। इसी कारण कई बार हमारे शरीर में एलर्जी के लक्षण दिखने लगते हैं।(बच्चे के शरीर पर दिखें ये लक्षण तो हो सकती है टीबी की बीमारी)
थकान और सुस्ती
थकान और सुस्ती भी लिवर में मौजूद गंदगी के कारण हो सकती है। दरअसल हमारे आहार को पचाने और इनसे पोषक तत्वों को अलग करने का काम लिवर ही करता है। ऐसे में अगर लिवर अपना काम ठीक से नहीं करेगा, तो आहार से न तो हमें पर्याप्त ऊर्जा मिलेगी और न ही पर्याप्त पोषण, ऐसे में शरीर का थकना और सुस्त होना तो लाजमी है।
पीलिया के लक्षण
आंखों और त्वचा में पीलेपन के लक्षण पीलिया की तरफ इशारा करते हैं। पीलिया अपने आप में कोई रोग नहीं है बल्कि ये शरीर के कुछ विशेष फंक्शन्स में गड़बड़ी का संकेत है। इन्हीं में से एक गड़बड़ी लिवर के कारण भी होती है। दरअसल लिवर जब अधिक मात्रा में बिलिरुबिन नामक तत्व निकालना शुरू कर देता है, तो शरीर में पीलिया के लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। बिलिरुबिन एक ऐसा तत्व हो जो लिवर के अंदर मर चुकी लाल रक्ति कोशिकाओं के टूटने से बनता है। इसका रंग पीला होता है इसलिए शरीर के बाहर इसके लक्षण पीलेपन के रूप में दिखते हैं।