हेल्थ डेस्क: क्या आप जानते हैं, कि आपका लिवर ठीक से काम कर रहा है या नहीं ? कहीं आपका लिवर खराब तो नहीं हो रहा ? इन बातों के प्रति आपको सचेत रहना बेहद जरूरी है, क्योंकि अगर आपका लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा है, तो आपको कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप इनसे बचना चाहते हैं, तो जानिए कि आपका लीवर ठीक से काम कर रहा है या नहीं?
यह जानने के लिए, कि आपको लिवर संबंधी कोई समस्या तो नहीं है, आपको शरीर की प्रतिक्रियाओं पर विशेष रूप से नजर रखना होगा और उनमें होने वाले बदलाव एवं लक्षणों को गंभीरता से लेना होगा। कुछ लोगों को लिवर में सूजन आ जाती है, जिससे पेट का आकार बढ़ जाता है। ऐसे में इसे मोटापा समझने की गलती करना आपको परेशानी में डाल सकता है। अगर आपको उस स्थान पर समय-समय पर दर्द हो रहा हो, तो चिकित्सक को जरूर दिखाएं।
अत्यधिक थकान होना, त्वचा का रूखा होना और आंखों के आसपास काले घेरे हो जाना कभी-कभी लिवर की खराबी का नतीजा भी होता है। लिवर कमजोर होने की स्थिति में त्वचा क्षतिग्रस्त, बेजान हो जाती है, और बालों से जुड़ी समस्याएं भी होती है। लिवर खराब होने की स्थिति में पेशाब का रंग बदल जाता है। ऐसा होने पर पेशाब का रंग गहरा हो जाता है।
इसके अलावा जॉन्डिस के लक्षण जैसे नाखूनों व आंखों के सफेद भाग का पीला हो जाना भी इसमें शामिल है। अगर भूख न लगने की समस्या या फिर पेट में गैस बनना व बदहजमी जैसी समस्याएं लगातार हो रही हैं, तो इसे भी लिवर की खराबी का एक लक्षण माना जाता है।(इस खतरनाक बीमारी के कारण तेजी से पुरुष हो रहे है बांझपन का शिकार)
इसके साथ ही छाती में जलन और भारीपन भी होता है। बुखार न होने पर भी मुंह का स्वाद खराब हो जाना और लगातार कड़वापन बना रहना, यह भी लिवर की खराबी के कारण हो सकता है। यही नहीं लिवर की खराबी होने पर अमोनिया की अधिकता के कारण मुंह से बदबू आना भी शुरू हो जाता है।(ऑफिस की कुर्सी पर बैठे-बैठे करें ये काम, फिर देखें कैसे गायब होगा चुटकियों में कमर दर्द)
इस तरह से अपने लीवर का आप घर बैठे रख सकते हैं ख्याल
कैफीन और शराब का सेवन कम से कम करें: शराब और कैफीन आपके लिवर में विषयुक्त पदार्थों को जमाने के सबसे बड़े जिम्मेदार हैं, और आपको पूरी क्षमता से काम करने से रोकते हैं। अलकोहल और केफ़िनेनेटेड पेयों को कम करके अपने लिवर को साफ़ करें। इन पेयों को नॉन-अल्कोहलिक पेयों से बदलें ताकि आपका लिवर पुनर्निर्माण कर सके। वैसे हाल ही की रिसर्च बताती हैं कि कैफीनरहित कॉफ़ी आपके बड़े हुए लिवर एंजाइमों को घटाने में सहायक हो सकती है। कौन से तरल आपके लिवर एक लिए अच्छे है जानने के लिए आगे पढ़ें।
बहुत सारा पानी पियें: अपने लिवर को साफ़ करने के लिए कम से कम 3 लीटर पानी पिएं। बहुत सारा पानी पीना आपको हाइड्रेटेड (पानी से परिपूर्ण) रखेगा, जो प्राकृतिक रूप से कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होगा। ये आपके लिवर को विषाक्त और बचे हुए पदार्थों को जल्दी बाहर निकालने में सहायक होगा, और इससे आपके लिवर को तेजी से काम करने और अपनी ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
अपने आहार में नीम्बू शामिल करें: इन में एक बार चाय या पानी में निम्बू का रस लें। निम्बू का रस पित्त की उस उत्पत्ति में सहायक होता है जो आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में सहायक होता है। ये अग्नाशय की पथरी को विकसित होने से रोकता है और आपके हाजमे को बढ़ाता है और आपके लिवर को आमाशय के रसों के अनुरूप चलने देता है।
ग्रीन टी पिएं: ग्रीन टी में काफी मात्रा में केटेकाइन्स पाए जाते हैं, ये एक प्रकार का प्लांट एंटीऑक्सीडेंट होता है जो लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाता हैं और लिवर में वसा के जमाव को कम करने में सहायक होता है।
फलों की स्मूदी या जूस पियें: स्ट्रॉबेरीज, ब्लैकबेरीज, ब्लूबेरीज, और रास्पबेरीज सभी लिवर के स्वास्थ्य को सुधारते हैं। इन फलों में ऐसे आर्गेनिक शुगर पाई जाती है जो रक्त में शुगर के स्तर को कम करते हैं, और आपको बॉडी फैट बर्न करने में सहायता करती है, इससे आपमें फैटी लिवर की बीमारी की संभावनाएं घट जाती हैं।
जूस उपवास प्लान करें: उपवास रखना लिवर को साफ़ करने का एक बेहतर तरीका है। ज्यादातर उपवासों में एक निश्चित समय के लिए केवल फल और सब्जियां ही खाई जाती हैं, या सिर्फ फल और सब्जियों का रस पिया जाता है। सफाई के कई अलग अलग तरीके उपलब्ध हैं--किसी एक का जो आपके शरीर के लिए सही हो चुनाव करें। अगर आपको कोई समस्या जैसे डाईबिटीज़ है तो उपवास करने के पहले एक नूट्रिशनिस्ट या डॉक्टर से सलाह लेने पर विचार करना चाहिए।
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