नई दिल्ली: यदि चॉकलेट की बात की जाए तो चॉकलेट खाना किसे पसंद नहीं है? अगर आप चॉकलेट खाने के शौकीन हैं तो आपको यह अच्छी तरह मालूम होगा कि यह मूड को बेहतर बनाने में बेहद मददगार है। इसी के साथ चॉकलेट खाने के और भी तमाम फायदे हैं। अकसर ऐसा देखा गया है कि जैसे-जैसे किसी व्यक्ति की उम्र बढ़ती जाती है वैसे-वैसे उम्र बढ़ने के साथ उसकी याददाश्त और कमजोर होने लगती है। बूढ़ें व्यक्तियों में चीजें भूल जाने या याद ना रखने की प्रवृति आम बात है।(बढ़ते वजन से परेशान हैं तो इन 4 बातों को लाइफस्टाइल में शामिल कर 7 दिनों में घटाइए अपना वजन)
लेकिन कुछ विशेषज्ञों द्वारा रिसर्च करने पर पता चला है कि चॉकलेट के माध्यम से बुजुर्ग लोग इस भूलने की बीमारी से सरलतापूर्वक निजात पा सकते है। चॉकलेट खाने से बुजुर्गो के संज्ञानात्मक कौशल में सुधार आ सकता है। इससे उनकी याददाश्त व दूसरी मानसिक गड़बड़ियां दूर हो सकती हैं। एक शोध में कहा गया है कि चॉकलेट के फायदे का कारण इसमें मौजूद कोका बीन है, जो इसका मुख्य घटक है और फ्लावनोल्स का एक अच्छा स्रोत है।
फ्लावनोल्स एक तरह का प्राकृतिक तत्व है, जो तंत्रिकाओं की सुरक्षा करता है। शोध में पता चला है कि जो बुजुर्ग रोजाना कोका फ्लावनोल्स लेते हैं उनके सामान्य संज्ञान, ध्यान व याददाश्त वाले कार्यो में सुधार देखा गया है। इसके अलावा एक अध्ययन के अनुसार बताया गया है कि दो सप्ताह तक रोजाना डार्क चॉकलेट खाने से व्यक्तियों में तनाव की स्थिती कम पाई जाती है। क्योंकि चॉकलेट तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन को नियंत्रित करता है।
इटली के एलक्यूविला विश्वविद्यालय की वेलिंटिना सोकी ने कहा, "यह शोध कोका फ्लावनोल्स का समय के साथ कमजोर होती बुजुर्गो की संज्ञानात्मक क्षमता में सुधार के लिए इस्तेमाल का सुझाव देता है।"(डॉक्टर्स डे स्पैशल: डॉक्टर व मरीजों के बीच बातचीत जरुरी)