हेल्थ डेस्ककिसी भी गर्भवती महिला और उसके बच्चे की देखभाल की आवश्यकता उस वक्त अधिक बढ़ जाती है जब वह अपने गर्भकाल के अंतिम महिनों में चल रही हो। यह एक ऐसा समय होता है जब गर्भवती स्त्री और उसके पेट में पल रहे बच्चे के लिए हर छोटी - बड़ी सावधानी का पूरा ध्यान रखने की जरूरत होती है। उस समय पीठ के बल नहीं सोना चाहिए। इस तरह सोने से आपका पेट बढ़ता है। ये भी पढ़े:(सिर्फ 30 दिन करें टमाटर और शहद का सेवन, पाएं हैरान करने वाले फायदे)
डॉक्टर्स के अनुसार जब आप पीठ के बल सीधा लेटते हैं तो आपका गर्भाशय दूसरे अंगों पर दबाव डालता है। ज्यादातर मामलों में गर्भाशय का दबाव नर्व्स पर पड़ता है जो शरीर के निचले भाग से ऊपर की तरफ ब्लड वापस लाता है।
पड़ता है इन अंगो पर दवाब: ज्यादा वक्त तक सीधा लेटने से दिल और फेफड़ों जैसे महत्वपूर्ण अंगों पर दबाव पड़ता है। इससे शिशु को पोषक तत्व और ऑक्सीजन कम मिल पाती है। इससे रीढ़ की हड्डी, आंतों और ज्यादातर ब्लड वेसल पर भी दबाव पड़ता है। इससे लोअर बैक पेन या हिप्स में पेन भी हो सकता है।
जब आप रातभर पीठ के बल लेटने के बाद जब आप सुबह उठती हैं तो आपको चक्कर भी आ सकते हैं। इसीलिए प्रेग्नेंसी में सोने के दौरान पोज़िशन बदलने की सलाह दी जाती है। इससे आपको आराम मिलता है और शिशु सुरक्षित रहता है। बल्कि इस अवस्था में करवट लेकर सोने की सलाह सबसे ज्यादा दी जाती है। ये भी पढ़े:(भूलकर भी सुबह खाली पेट न करें जॉगिंग, करें इन चीजों का सेवन)
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