नई दिल्ली: हम सभी को कभी ना कभी हिचकी आती है जिसे लोग अपनी मान्यताओं के हिसाब से देखते है कोई कहता है कि हिचकी आने का मतलब है कि कोई आपको याद कर रहा है जबकि कोई कहता है कि हिचकी आने का मतलब है कि आपने किसी चीज को चुराया है। लेकिन डाक्टरों का ऐसा मानना नहीं है। हिचकी को रोकने के लिए लोग कहते हैं कि आप अपनी सांस को तब तक रोकें जब तक यह रुक ना जाए।
आपको यह जानकर हैरानी होगी की हम सभी को जो हिचकी आती है वह केवल 1 मिनट तक आती है। 27 वर्षीय लीसा ग्रेवस जो कि पेशे से ब्यूटूशियन है उन्हें लगभग 8 सालों तक हिचकी आती थी। यहां तक की उन्हें हर घंटे में हिचकी आती थी और उन्हें एक दिन में 100 बार हिचकी आती थी। डायाफ्राम के फेफड़ों और मांस-पेशियों के बीच आ जाने से हमें हिचकी आती है। खाने और पीने से खासतौर पर ज्यादा कैलोरीयुक्त भोजन खाने , शराब पीने से हमारे डायाफ्राम सिकुड़ जाते हैं जिस वजह से हिचकी आती हैं।
कमरे का तापमान बदल जाने से, गर्म खाने के बाद ठंड़ी कोल्ड ड्रींक पीने से और स्मोकिंग करने से भी हिचकी आती है। कुछ लोगों को जब वह परेशान होते हैं और खुश होते हैं तब भी हिचकी आती है।
1. एक पुराना नुख्सा है कि जब भी आपको हिचकी आए तो जोर से कान का निचला हिस्सा दबाएं इससे आपकी हिचकी तुरंत बंद हो जाएगी।
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