हेल्थ डेस्क: गर्भाशय कैंसर ऐसी बीमारी है जो किसी भी महिला को किसी भी उम्र में हो सकती है। इस बीमारी की समय पर पहचान हो जाए और सही इलाज हो, तो इससे मुक्ति पाई जा सकती है। (अगर चाहिए बानी जे की तरह बॉडी, तो फॉलो करें उनके ये टिप्स)
यह बात अंतर्राष्ट्रीय महिला स्वास्थ्य दिवस (28 मई) की पूर्व संध्या पर शनिवार को जेपी हॉस्पिटल की वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. रेणु जैन ने कही। उन्होंने कहा कि यह बीमारी किसी खास उम्र में नहीं होती, बल्कि कभी भी हो सकती है। समय-समय पर जांच कराते रहने से इस बीमारी से बचा जा सकता है। देखा गया है कि गर्भाशय कैंसर के लक्षणों को महिलाएं अक्सर नजरअंदाज करती रहती हैं।
डॉ. रेणु ने बताया कि जेपी हॉस्पिटल में एक साल की बच्ची इलाज के लिए आई थी। जांच से पता चला कि उसे गर्भाशय कैंसर है। उसका इलाज कर उसकी जान बचाई गई। इस उदाहरण से समझा जा सकता है कि इस बीमारी का उम्र से कोई लेना-देना नहीं है, जागरूकता में कमी इस बीमारी के गंभीर होने का एक महत्वपूर्ण कारण है। (बचना है इन गंभीर बीमारियों से, तो गर्मियों में रोजाना करें अदरक का सेवन)
चिकित्सकीय आंकड़ों के अनुसार, प्रत्येक 70 महिलाओं में से एक को गर्भाशय कैंसर होता है। इस बीमारी के होने का प्रमुख कारण समय पर बीमारी का पता न चल पाना और जानकारी होने के बाद भी समय पर बीमारी का सही इलाज न हो पाना है।
डॉ. रेणु ने कहा, "सबसे अहम बात यह है कि जब तक यह बीमारी गंभीर नहीं हो जाती, तब तक यह पकड़ में नहीं आती।"
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