हेल्थ डेस्क: गर्मी और तपन से बेहल लोगों के लिए मानसून की ठंडी फुहार राहत लेकर आती है, लेकिन यही फुहारें प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खतरनाक हो सकती हैं, क्योंकि मानसून अपने साथ कई प्रकार के संक्रमण भी लाता है। यह मौसम मां और गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों के लिए प्रतिकूल है।
ये भी पढ़े-
- ये 5 उपाय और पाएं पिंपल्स से तुरंत निजात
- थोड़ा सा चावल का पानी डाल देगा बालों में जान, जानिए कैसे
- ये 6 घरेलू उपाय और पाएं हमेशा के लिए अनचाहे बालों से छुटकारा
- ये 6 घरेलू उपाय कर देगे बालों की बदबू की छुट्टी
- जानिए, आखिर बार-बार क्यों होते है मुंहासे
नर्चर आईवीएफ सेंटर में महिला रोग एवं इनफर्टिलिटी उपचार विशेषज्ञ डॉ. अर्चना धवन बजाज का कहना है कि इस मौसम में वातावरण में नमी की वजह से कीटाणु गतिशील हो जाते हैं, जिसकी वजह से डेंगू, मलेरिया, जुकाम, फ्लू, बुखार, त्वचा संक्रमण, फंगस संक्रमण, खाद्य संक्रमण और पानी से होने वाले संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इस मौसम में हैजा, डिहाइड्रेशन और लेप्टोसिरोसिस जैसी गंभीर बीमारियां होने की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को इस मौसम में विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।
मानसून में गर्भवति महिलाओं को ध्यान रखने योग्य बातें-
1.गर्भवती महिलाए उबला हुआ या फिल्टर किया हुआ पानी ही पीए।
2. जंक फूड और पैकेजिंग वाले खाने से दूर रहें।
3.तरल पदार्थों के साथ-साथ आवश्यक सप्लीमेंट भी लें।
4.खाना बनाने से पहले सब्जियों को साफ पानी से धो लें।
5.गर्भावस्था में महिलाए विटामिन-सी का सेवन अधिक मात्रा में करें।
6.गर्मियों में गर्भवती महिलाओं को सिंथेटिक के कपड़े नहीं पहनने चाहिए, क्योंकि सिथेंटिक से बहुत पसीना आता है और गर्मी भी लगती है।
7.गर्भवती महिलाए ताजा और स्वच्छ खाना खाए।